नीरज दीवान, निदेशक, क्वांटम सिक्योरिटीज
बाजार ने कल जो बढ़त हासिल की थी, आज वह और आगे बढ़ सकती है। पूरी दुनिया में बाजारों में हद से ज्यादा बिकवाली हो चुकी थी, जिसके बाद बाजार कुछ वापस संभले हैं। कई देशों में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों से भी सहारा मिला है। लेकिन मुझे लगता है भारतीय बाजार में यह तेजी शायद मोटे तौर पर 15% के आसपास की ही रहे। यानी सेंसेक्स करीब 10,500 तक जा सकता है।
शायद सबसे अच्छी स्थिति में 12,000 का स्तर भी दिख जाये, लेकिन उसका इंतजार करने के बदले छोटी अवधि के कारोबारियों को 10,500 के स्तर से ही अपनी स्थिति हल्की कर लेनी चाहिए।
मेरा मानना है कि निफ्टी ने हाल में 2,253 का जो निचला स्तर देखा है, वहाँ बाजार की तलहटी बन चुकी है। हालाँकि कुछ लोग पांच साल के निचले स्तर के आधार पर 1,600 की बातें भी कर रहे हैं, लेकिन मुझे उन निचले स्तरों पर बाजार के जाने का कोई कारण नहीं दिख रहा है।
जो लंबी अवधि के निवेशक हैं, उनके लिए मेरी सलाह यह है कि जब भी निफ्टी 2,400 के आसपास आये, तब वे खरीदारी कर सकते हैं। शायद उन्हें यह स्तर 2-3 बार मिल सकता है। सबसे बुरी स्थिति में 2,200 के आसपास का स्तर फिर से दिख सकता है। बैंकिंग, कैपिटल गुड्स और धातु क्षेत्र खरीदारी के लिए अच्छे रहेंगे। धातु शेयरों की आमदनी 15-20% गिरने की संभावना होगी, लेकिन उनके भाव घट कर एक-तिहाई से एक-चौथाई तक रह गये हैं।