खुदरा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी फ्यूचर रीटेल (FRL) ने कर्जदाताओं की कमिटी (CoC) द्वारा स्पेसमंत्र के समाधान को नामंजूर करने के बाद नीलामी प्रक्रिया शुरू करने के लिए आवेदन किया है। स्पेसमंत्र एक ऑनलाइन कंस्ट्रक्शन और डिजाइन का मंच है जो फ्यूचर रीटेल के लिए बोली लगाने वाली एकमात्र बोलीदाता है।
एफआरएल ने एक नियामक अपडेट में कहा कि रिज़ॉल्यूशन प्रोफेशनल (आरपी) ने दिवाला और दिवालियापन संहिता (आईबीसी) की धारा 33 के तहत एफआरएल के परिसमापन की शुरुआत के लिए गुरुवार को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल, मुंबई बेंच के समक्ष एक आवेदन दायर किया है।
आईबीसी की धारा 33 के मुताबिक सीओसी अपने गठन के बाद और समाधान योजना की पुष्टि से पहले किसी भी समय कॉर्पोरेट देनदार को लिक्विडेट करने का निर्णय ले सकती है। इसमें सूचना ज्ञापन तैयार करने से पहले का कोई भी समय शामिल है।
एफआरएल के सीओसी ने 2 अक्टूबर को, ई-वोटिंग के जरिये स्पेस मंत्रा के पक्ष में अपेक्षित संख्या में वोट प्राप्त करने में विफल रहने के बाद उसके द्वारा प्रस्तुत बोली को खारिज कर दिया था। ई-वोटिंग 30 सितंबर को समाप्त हुई थी। एफआरएल के सीओसी में बैंक ऑफ न्यूयॉर्क मेलॉन की वोटिंग हिस्सेदारी सबसे अधिक 21.18% है, इसके बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की 9.17% और बैंक ऑफ बड़ौदा की 8.95% है।
कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) के तहत, अस्वीकृति के बाद अगला चरण फर्म का परिसमापन होगा क्योंकि कोई अन्य बोलीदाता नहीं है। इसका मतलब फर्म को स्क्रैप के मूल्य पर बेचना होगा।
(शेयर मंथन, 11 नवंबर 2023)