भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में पाँच साल की सुस्ती के बाद वर्ष 2016 की पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में तेजी की धारणा वापस दिखी।
रियल एस्टेट सलाहकार नाइट फ्रैंक इंडिया ने आज शनिवार को जारी अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है। नाइट फ्रैंक इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री और राष्ट्रीय निदेशक डॉ. समांतक दास ने रिपोर्ट में लिखा है कि केंद्रीय बजट में रियल एस्टेट और बुनियादी ढाँचे पर जोर दिये जाने के कारण पाँच साल की सुस्ती के बाद रियल एस्टेट क्षेत्र की समेकित धारणा में पैनी तेजी दिखी है। इसके अलावा संसद में पारित रियल एस्टेट नियमन विधेयक ने धारणा को और मजबूत किया। इस कानून से सेक्टर के बहुत अधिक पारदर्शी और व्यवस्थित होने की उम्मीद है जिससे सेक्टर के सभी पक्ष लाभान्वित होंगे। रियल एस्टटे सेक्टर के सहभागी कुछ समय से कार्यालय स्थल क्षेत्र के प्रति काफी आशान्वित हैं और इस सर्वेक्षण में भी यही रुख दिख रहा है। दूसरी तरफ आवासीय क्षेत्र में चार तिमाही के बाद पहली बार डेवलपरों और ऋणदाताओं में सकारात्मक धारणा बहाल हुई है।
आवासीय क्षेत्र : रिपोर्ट के निष्कर्षों में आवासीय क्षेत्र को सुधार के पथ पर बताया गया है। कुल मिला कर आवासीय क्षेत्र के लिए धारणा में पर्याप्त सुधार हुआ है। सर्वेक्षण में सकारात्मक दृष्टिकोण जताने वाले उत्तरदाताओं की संख्या बढ़ी है। सीमित मात्रा में नयी परियोजना लॉन्चिंग के कारण लाअनबिकी इकाइयों का दबाव भी घटा है। डेवलपर परियोजनाएँ पूरी करने और खरीदारों में भरोसा जगाने पर जोर दे रहे हैं। आम बजट में खरीदारों को दिये गये लाभों से भी माँग में और तेजी आने की उम्मीद है। करीब 54% उत्तरदाताओं को विश्वास है कि आगामी छह माह में माँग में तेजी आयेगी।
वाणिज्यिक कार्यालय स्थल क्षेत्र : सर्वेक्षण में नाइट फ्रैंक इंडिया का निष्कर्ष है कि वाणिज्यिक कार्यालय स्थल बाजार में नयी उम्मीद जगी है। सहभागी कार्यालय स्थल बाजार में खास कर लीजिंग मात्रा और किराया बढ़ने की पूरी उम्मीद है। करीब 73% उत्तरदाताओं को आगामी छह माह में लीजिंग मात्रा में सुधार की उम्मीद है। कार्यालय स्थल की सीमित आपूर्ति और लीजिंग मात्रा के दृढ़ होने के मद्देनजर सहभागियों की राय है कि आगामी छह महीनों में कार्यालय स्थल किराया बढ़ने की दर बेहतर रहेगी।
वर्ष 2016 की पहली तिमाही में उत्तरी क्षेत्र की भावी धारणा में उल्लेखनीय सुधार दिखा है। यह आँकड़ा पिछली तिमाही में सकारात्मक चिह्न से नीचे था। इस बार 67% के साथ यह आँकड़ा संकेत देता है कि धारणा मजबूत हुई है और सहभागी अगले कुछ माह में रियल एस्टेट बाजार में तेजी के बारे में काफी आशान्वित हैं। (शेयर मंथन, 30 अप्रैल 2016)