बुधवार को भारतीय शेयर बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुआ।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेतों से बाजार पर दबाव देखने को मिला। एक रिपोर्ट के मुताबिक 8 नवंबर को अमेरेका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव ने दुनिया के वित्त बाजारों में चिंता है। साथ ही कच्चे तेल के भाव में लगातार चौथे दिन गिरावट देखने को मिली जिसने घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ाने का काम किया। बीएसई सेंसेक्स (Sensex) आज 27,676.32 तक ऊपर गया जबकि नीचे 27,500.81 तक फिसला। अंत में सेंसेक्स 349.39 अंक या 1.25% भारी गिरावट के साथ 27,527.22 रुपये पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 50 (Nifty 50) आज तीन महीन के सबसे निचले स्तर 8,514 पर बंद हुआ। सत्र के दौरान 8,549.50 तक चढ़ा जबकि दिन का निचला स्तर 8,504.85 का रहा। आज के कारोबार में ऑयल ऐंड गैस, ऑटो और औद्योगिक शेयरों में बिकवाली दिखी। मिड कैप और स्मॉल कैप शेयरों की भी आज पिटाई हुई। इंडिया विक्स 6.75% ऊपर बंद हुआ। वैश्विक बाजारों की बात करें तो एशियाई बाजार लाल निशान पर बंद हुआ और यूरोपीय बाजारों में भी कमजोर कारोबार हो रहा है। डॉलर के मुकाबले रुपया भी 6 पैसे गिर कर 66.76 प्रति अमेरिकी डॉलर पर कारोबार कर रहा है।
छोटे-मंझोले शेयरों भी आज गिरावट देखने को मिली। बीएसई मिडकैप और बीएसई स्मॉल कैप 1.84% गिर कर बंद हुए। निफ्टी मिड 100 2.10% और निफ्टी स्मॉल 100 1.92% नीचे बंद हुआ।
सेंसेक्स के दिग्गज शेयरों की बात करें तो महिंद्रा ऐंड महिंद्रा में 3.54%, एनटीपीसी में 0.74% और हिंदुस्तान यूनिलीवर में 0.74% की मजबूती आयी। दूसरी ओर ऐक्सिस बैंक 0.05% की मामूली बढ़त के साथ सपाट बंद हुआ। गिरने वाले शेयरों ओएनजीसी में 4.10%, टाटा मोटर्स में 3.19%, एसबीआई में 2.75%, रिलायंस में 2.31% और भारती एयरटेल में 2.27 की गिरावट दिखी। निफ्टी के 51 शेयरों की बात करें तो 44 शेयर लाल निशान और केवल 6 शेयर हरे निशान पर बंद हुए। (शेयर मंथन, 02 नवंबर 2016)
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