कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में पिछले 10 सालों की पाँचवीं सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गयी।
कल बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इक्विटी में निवेश के लिए 10% दीर्घकालिक पूँजी लाभ कर की घोषणा की, जिससे निवेशक काफी खफा हुए हैं। निवेशक वित्त मंत्री द्वारा राजस्व घाटे के लक्ष्य को बढ़ाये जाने से भी चिंतित हैं। आज वित्तीय शेयरों के अलावा मिडकैप और स्मॉलकैप में तीखी बिकवाली रही। बीएसई सेंसेक्स सुबह 35,906.66 अंकों के पिछले बंद स्तर की तुलना में 35,707.60 पर खुला और कारोबार के अंत में 839.91 अकं या 2.34% की जबरदस्त गिरावट के साथ 35,066.75 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 11,016.90 के पिछले बंद भाव के मुकाबले 10,938.20 पर खुल कर अंत में 256.30 अंकों या 2.33% की भारी गिरावट के साथ 10,760.60 पर बंद हुआ। आज निफ्टी का ऊपरी स्तर 10,954.95 और निचला स्तर 10,736.10 रहा। वहीं वीआईएक्स (VIX) सूचकांक 8.09% की उछाल के साथ 15.25 अंकों पर रहा। बीएसई पर 2,527 शेयरों में कमजोरी के मुकाबले 310 शेयरों में तेजी रही, जबकि 124 शेयर सपाट बंद हुए।
दूसरी ओर प्रमुख सूचकांकों के साथ-साथ छोटे-मंझोले सूचकांकों में भी कमजोरी रही। बीएसई मिडकैप में 4.03% और बीएसई स्मॉलकैप में 4.65% की गिरावट आयी। वहीं निफ्टी मिडकैप 100 में 4.34% और निफ्टी स्मॉल 100 में 6.36% की कमजोरी रही।
बीएसई के 31 शेयरों में से केवल 3 शेयर हरे और बाकी 28 शेयर लाल निशान में रहे। आज के कारोबार में सेंसेक्स के दिग्गज शेयरों में से टीसीएस में 0.33%, हिंदुस्तान यूनिलीवर में 0.10% और विप्रो में 0.05% की बढ़त आयी। गिरने वाले शेयरों में बजाज ऑटो में 4.90%, भारती एयरटेल में 4.62%, ऐक्सिस बैंक में 4.28%, मारुति में 4.28%, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 4.07%, और टाटा स्टील में 3.82% की गिरावट दर्ज की गयी। वहीं निफ्टी के 50 शेयरों में से केवल 5 शेयर बढ़त और 45 शेयर कमजोरी के साथ बंद हुए। (शेयर मंथन, 02 फरवरी 2018)
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