सर्राफा में उच्च स्तर पर कुछ मुनाफा वसूली दर्ज की जा सकती है।
आज निवेशकों की नजर अमेरिकी नॉन-फॉर्म पेरोल के आँकड़ों पर रहेगी। बेरोजगारी लाभ का दावा करने वालों की संख्या पिछले हफ्ते लगभग 49 वर्षो के निचले स्तर पर पहुँच गयी है, जो अमेरिकी श्रम बाजार में मजबूती की ओर संकेत कर रहा है। अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड के कई वर्षो के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद और रोजगार आँकड़ों से पहले आज निवेशकों की सावधनी के कारण सोने की कीमतों में स्थिरता है। रोजगार आँकड़ों के बेहतर रहने से फेड द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना बढ़ जायेगी। सोना (दिसंबर) की कीमतों को 31,550 रुपये के नजदीक बाधा और 31,250 रुपये के करिब सहारा, जबकि चांदी (दिसंबर) कीमतों को 39,400 रुपये के नजदीक बाधा और 38,600 रुपये के नजदीक सहारा रह सकता है।
फेड के नीति-निर्माताओं ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था के बेहतर रहने के बाद ब्याज दरों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी करने का संकेत किया है। सितंबर महीने में सोने के ईटीएफ में कमी दर्ज की गयी है। (शेयर मंथन, 05 अक्टूबर 2018)
Add comment