कच्चे तेल की कीमतों के एक दायरे में रहने की संभावना है। कुल मिलाकर कच्चे तेल की कीमतें 3,740-3,860 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं।
अमेरिकी कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी के कारण आज तेल की कीमतों में दो वर्ष के उच्च स्तर पर से गिरावट देखी जा रही है। लेकिन ओपेके द्वारा ते उत्पादन में कटौती को जारी रखे जाने की संभावना के कारण विश्व बाजार में तेल की आपूर्ति कम होने की उम्मीद से कीमतों को मदद मिल सकती है। अमेरिकी कच्चे तेल का उत्पादन 2016 के मध्य के बाद से 15% बढ़ कर 9.66 मिलियन बैरल प्रति दिन हो गया है। पिछले हफ्ते अमेरिकी तेल कंपनियों ने तेल की कीमतों में बढ़ोतरी को देखते हुए तेल उत्पादक रिगों की संख्या में बढ़ोतरी की है और कुल रिगों की संख्या 747 हो गयी हैं। 30 नवंबर को वियना में होने ओपेक देशों की बैठक में तेल उत्पादन में कटौती को मार्च 2018 के बाद भी जारी रखने पर सहमति की संभावना है। नेचुरल गैस वायदा की कीमतें 192-203 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 27 नवंबर 2017)