कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,570 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 3,460 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण ईंधन की माँग पर दबाव आज तेल की कीमतों में नरमी का रुझान है जबकि शुक्रवार को कम हो गयी लेकिन अमेरिकी सांसदों द्वारा 900 बिलियन डॉलर के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज पर प्रगति जारी रहने के कारण नौ महीने के उच्च स्तर के नजदीक कारोबार कर रही है। दोनों कॉन्टैक्ट्स गुरुवार को चढ़ गये थे, एक अमेरिका में कोविड-19 राहत बिल पर प्रगति के साथ, मजबूत एशियाई माँग और अमेरिकी डॉलर में ढाई साल के निचले स्तर पर लुढ़कने के कारण कल कच्चे तेल के दोनों कॉन्टैक्ट्स की कीमतों में तेज उछाल दर्ज की गयी थी। विश्लेषकों के अनुसार अमेरिकी समझौते पर प्रगति के साथ जोखिम उठाने की क्षमता में बढोतरी हे रही है जिससे ईंधन की माँग में मदद मिलेगी। लेकिन अमेरिका में कोविड-19 संक्रमणों की संख्या दैनिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गयी, और जापान में प्रतिबंध को सख्त किया गया है, जिससे पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक), रूस और उनके सहयोगियों पर दबाव बढ़ रहा है। ओपेक प्लस ने बाजार में जनवरी में आपूर्ति में प्रति दिन 500,000 बैरल जोड़ने की योजना बनायी है।
नेचुरल गैस की कीमतों में उठापटक के साथ कारोबार हो सकता है और कीमतों को 188 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 196 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। ऊर्जा विभाग के अनुसार अमेरिकी नेचुरल गैस के भंडार में अनुमान से अधिक गिरावट के कारण वायदा कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। अमेरिका के पूर्वी तट पर अगले 2 हफ्तों तक मौसम सामान्य से अधिक ठंडा रहने की उम्मीद है, जबकि पश्चिमी तट के अधिकांश हिस्सों में मौसम सामान्य से अधिक गर्म रहने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 18 दिसंबर 2020)