बेस मेटल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 605 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 615 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
आज शंघाई और लंदन में बेस मेटल की कीमतों में तेजी का रुझान है। कई देशों में कोरोना वायरस वैक्सीन को लगाये जाने और अमेरिकी कोरोना वायरस प्रोत्साहन पैकेज को लेकर प्रगति के कारण बाजार के सेंटीमेंट में बढ़ोतरी हुई। एक्सचेंजों में भंडार में कमी होने, अमेरिकी राजकोषीय कोरोना वायरस प्रोत्साहन पैकेज पर प्रगति के साथ फेड द्वारा बाजार में अधिक लिक्वीडिटी बढ़ाये जाने के वादे के बाद डॉलर के कमजोर होने से भी तांबे की की कीमतें आठ वर्षो के उच्च स्तर पर पहुँच गयी हैं। एलएमई-पंजीकृत वेयरहाउस में तांबे का स्टॉक सितंबर के बाद से सबसे कम 127,725 टन रह गया है। एसएचएफई के गोदामों में स्टॉक 82,092 टन पर है जो 2014 के बाद से सबसे कम है और कॉमेक्स स्टोर में 78,084 टन है, जो जून के बाद से सबसे कम है। इसमें से अधिकांश स्टॉक चीन में जा रहा है। नवंबर में चीन का रिफाइंड तांबा और लेड के उत्पादन रिकॉर्ड मासिक बढ़ोतरी दर्ज की गयी।
जिंक की कीमतें 220 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 224 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। लेड की कीमतें 158 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 161 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतों को 1,300 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,320 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। स्टील मिलों की ओर से माँग में बढ़ोतरी और सटोरियों की खरीदारी से निकल की कीमतों को मदद मिल रही है।
एल्युमीनियम की कीमतों में 165 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 168 रुपये तक बढोतरी हो सकती है। एलएमई के गोदामों में एल्युमीनियम का स्टॉक 19,850 टन बढ़कर 1.37 मिलियन टन हो गया। इसमें में से अधिकांश डिलीवरी पोर्ट क्लांग, मलेशिया में गोदामों में हुई है। (शेयर मंथन, 18 दिसंबर 2020)