बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 721 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 715 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
प्रमुख करेंसियों के मुकाबले डॉलर के तीन सप्ताह के निचले स्तर पर पहुँच जाने के कारण आज लंदन और शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। चीन के सीमा शुल्क के आँकड़ों के अनुसार मार्च में चीन का तांबा आयात एक साल पहले की तुलना में 25% बढ़ गया है। मार्च में चीन की मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार तेज गति से हुआ, जबकि गर्म तापमान के बीच निर्माण क्षेत्र में गतिविधि भी बढ़ी। पहली तिमाही में तांबे का आयात 1.44 मिलियन टन रहा, जो साल-दर-साल 11.9% अधिक है जो कम से कम 2008 के बाद से पहली तिमाही में यह सबसे अधिक बढ़त है।
जिंक की कीमतें 231 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 227 रुपये, लेड की कीमतें 169 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 165 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल की कीमतों पर बिकवाली का दबाव रह सकता है और कीमतें 1,250 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 1,225 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। यूरोपीय बाजार में बैटरी के कच्चे माल की बढ़ती माँग के कारण नोर्निनिकल ने फिनलैंड में अपनी निकल रिफाइनरी में उत्पादन बढ़ाने की योजना बनायी है।
एल्युमीनियम की कीमतों को 190 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 187 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। चीन द्वारा कार्बन उत्सर्जन में कटौती पर जोर दिये जाने से एल्युमीनियम की माँग बढ़ने और आपूर्ति कम होने की आशंका से कीमतों को मदद मिल रही है। (शेयर मंथन, 16 अप्रैल 2021)