सोने की कीमतों को 48,100 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 47,600 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 69,000 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 68,000 रुपये पर सहारा रह सकता है।
सोने की कीमतों को 49,100 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 48,300 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 73,600 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 71,200 रुपये पर सहारा रह सकता है।
सोने की कीमतों को 49,300 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 48,900 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 70,500 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 69,200 रुपये पर सहारा रह सकता है।
वैश्विक इक्विटी बाजारों में गिरावट के बाद निवेशकों द्वारा सुरक्षित निवेश के रूप में डॉलर में निवेश और फेडरल रिजर्व द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका में आर्थिक सुधार की गति को लेकर चिंता के कारण सर्राफा की कीमतों में गिरावट हुई है।
यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।
शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!