कोटक सिक्योरिटीज (Kotak Securities) में इक्विटी रिसर्च के प्रमुख श्रीकांत चौहान के मुताबिक पिछले हफ्ते (02 से 06 सितंबर) बेंचमार्क सूचकांक में ऊपरी स्तरों पर बिकवाली का दबाव देखने को मिलाा। निफ्टी 1.52% टूट कर, जबकि सेंसेक्स 1182 अंकों के नुकसान के साथ बंद हुए।
ज्यादातर क्षेत्रीय सूचकांकों में भी ऊपरी स्तरों पर बिकवाली का दबाव रहा और पीएसयू बैंक, एनर्जी, ऑयल ऐंड गैस सूचकांकों में सर्वाधिक 3% तक की गिरावट आयी। पूरे सप्ताह के दौरान बाजार में ऊपरी स्तरों पर लगातार बिकवाली का दबाव बना रहा। निर्णायक समर्थन स्तर 25000/81700 के नीचे बिकवाली का दबाव और भी तेज हो गया।
तकनीकी तौर से साप्ताहिक चार्ट पर सूचकांक ने मंदी की लंबी कैंडल बनायी है। एकदिनी चार्ट पर इसमें लोअर टॉप की संरचना कायम है, जो मौजूदा स्तरों से करेक्शन आगे बढ़ने का संकेत दे रही है। बाजार की मौजूदा संरचना कमजोरी की मानी जा रही है, मगर छोटी अवधि के कारोबारियों के लिए 20 दिनों का एसएमए (सिंपल मूविंग ऐवरेज) या 24820/81000 का स्तर निकटतम समर्थन स्तर की तरह काम करेगा।
इस स्तर के नीचे बाजार 50 एसएमए या 24600/80500 और 24500/80100 के स्तरों का रीटेस्ट कर सकते हैं। दूसरी तरफ, बाजार में 25000-25100/81600-81900 के स्तरों तक उछाल देखने को मिल सकती है। ऐसे 25650 और 25550 के स्तरों के बीच 25500 के स्तर पर बंद भाव के आधार पर स्टॉप लॉस के साथ चुनिंदा स्टॉक खरीदने की रणनीति बना सकते हैं। अगर निफ्टी 25000/25100 के स्तरों पर वापस लौटता है, तो लॉन्ग पोजीशन घटाने की सलाह रहेगी।
बैंक निफ्टी जब तक 20 दिनों के एसएमए या 51000 के स्तर के नीचे कारोबार करेगा, तब तक कमजोरी का रुझान जारी रह सकता है। 51000 के स्तर के नीचे ये 50000-49600 के स्तरों तक फिसल सकता है। हालाँकि51000 के ऊपर हमें 51300-51450 के स्तर तक एक पुलबैक रैली देखने को मिल सकती है।
(शेयर मंथन, 09 सितंबर 2024)
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