Expert DP Singh: भारत का निवेशक काफी जागरूक हो चुका है। एसआईपी की सफलता इसका सबसे बड़ा सबूत है। दुनिया में कोई भी देश इसे अपने यहाँ लागू नहीं कर पाया है। एसआईपी की सफालता की कहानी हमारा बहुत मजबूत सहारा है। इस रास्ते से हर महीने 23000-24000 करोड़ रुपये बाजार में आना यही बताता है कि लोगों ने इस चीज को समझा है और इसमें भागीदार बने हैं।
आने वाले समय में बाजार में अगर बड़ी आती है, तो वो आभासी नुकसान होगा, क्योंकि लोगों ने बाजार से इतना पैसा बनाया है कि लोगों में इसे सहन करने की क्षमता है।
(शेयर मंथन, 17 अक्तूबर 2024)
(आप भी किसी शेयर, म्यूचुअल फंड, कमोडिटी आदि के बारे में जानकारों की सलाह पाना चाहते हैं, तो सवाल भेजने का तरीका बहुत आसान है! बस, हमारे व्हाट्सऐप्प नंबर +911147529834 पर अपने नाम और शहर के नाम के साथ अपना सवाल भेज दें।)