खराब आईआईपी (IIP) आँकड़ों की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक उतार-चढ़ाव के बाद सपाट बंद हुए।
सेंसेक्स (Sensex) एकदम सपाट रहा और 19,664 पर बंद हुआ। निफ्टी 17 अंक यानी 0.29% की कमजोरी के साथ 5951 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.79% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.49% और बीएसई स्मॉलकैप में 1.58% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में एफएमसीजी और रियल्टी क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत मजबूती के साथ हुई। इन्फोसिस (Infosys) के बेहतर नतीजों से बाजार को फायदा पहुँचा। निफ्टी 6000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर खुला। इस दौरान सेंसेक्स 19,840 और निफ्टी 6019 पर दिन के ऊपरी स्तरों पर रहे। हालाँकि बाजार ज्यादा देर तक इस मजबूती पर टिक नहीं सका। निफ्टी 6000 के स्तर से नीचे फिसला। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की मजबूती भी कम होती चली गयी। खराब आईआईपी आँकड़ों से बाजार पर दबाव पड़ा। नवंबर 2012 में भारत का औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी यानी इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन) -0.1% की दर से बढ़ा है। इस दौरान बाजार की मजबूती में कमी आयी। मिले-जुले यूरोपीय संकेतों के बीच बाजार में एक सीमित दायरे में कारोबार होता रहा। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार बढ़त गँवाकर लाल निशान पर चला गया। इसके बाद बाजार में लाल निशान पर ही ऊपर-नीचे कारोबार होता रहा। इस दौरान सेंसेक्स 19,620 और निफ्टी 5941 पर दिन के निचले स्तरों तक पहुँच गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में अपने निम्न स्तरों के आसपास ही बंद हुए।
क्षेत्रों के लिहाज से आज एफएमसीजी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 2.47% का घाटा पहुँचा। रियल्टी में 1.89%, पीएसयू में 1.74%, पावर में 1.72%, तेल-गैस में 1.67%, बैंकिंग में 1.37%, धातु में 1.31%, कैपिटल गुड्स में 1.29%, हेल्थकेयर में 1.27% और ऑटो में 1.15% की गिरावट रही। दूसरी ओर, आईटी में 9.34% और टीईसीके में 6.57% की मजबूती रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.21% की बढ़त रही। (शेयर मंथन,11 जनवरी 2013)
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