भारतीय शेयर बाजार में लगातार तीन कारोबारी दिनों का बढ़त का सिलसिला आज टूट गया। कारोबार के अंत में घरेलू बाजार के प्रमुख सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। रुपये की कमजोरी और यूरोपीय शेयर बाजारों में नकारात्मक संकेतों की वजह से बाजार में दबाव बना।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स (Sensex) 113 अंक यानी 0.58% की कमजोरी के साथ 19,464 पर बंद हुआ। निफ्टी (Nifty) 41 अंक यानी 0.70% की गिरावट के साथ 5858 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.58% की कमजोरी रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.37% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.10% की गिरावट रही। आज के कारोबार में रियल्टी और पीएसयू क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
मिले-जुले एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत सपाट हुई। शुरुआती कारोबार में कुछ मिनटों के लिए बाजार सँभल हरे निशान पर चला गया। लेकिन कारोबार के दूसरे घंटे में इसकी गिरावट बढ़ गयी। दोपहर के कारोबार में बाजार में लाल निशान पर एक सीमित दायरे में रहा। यूरोपीय शेयर बाजारों की कमजोर शुरुआती होने से घरेलू बाजार में दबाव बढ़ा। हालाँकि कारोबार के अंतिम घंटों में बाजार की गिरावट में कमी आयी। लेकिन कारोबार के अंतिम घंटे में बाजार की गिरावट बढ़ गयी। इस दौरान सेंसेक्स 19,443 और निफ्टी 5852 तक नीचे फिसल गये। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार के निचले स्तरों से कुछ सँभल कर बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज रियल्टी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 1.78% का घाटा सहना पड़ा। पीएसयू में 1.05%, तेल-गैस में 1.01%, बैंकिंग में 0.78%, ऑटो में 0.76%, आईटी में 0.65%, कैपिटल गुड्स में 0.60%, धातु में 0.49%, पावर में 0.44% और टीईसीके में 0.44% की कमजोरी रही। एफएमसीजी में 0.05% की हल्की गिरावट रही। दूसरी ओर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.77% और हेल्थकेयर में 0.52% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 02 जुलाई 2013)
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