जुलाई वायदा सीरीज (F&O) के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक आज तेज गिरावट के साथ बंद हुए।
कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से बाजार पर दबाव बना। अंबुजा सीमेंट (Ambuja Cement) और एसीसी (ACC) के सौदे से बाजार प्रभावित हुआ।
सेंसेक्स (Sensex) 20,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 286 अंक यानी 1.42% की गिरावट के साथ 19,805 पर बंद हुआ। निफ्टी 83 अंक यानी 1.39% गिर कर 5907 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 0.96% की कमजोरी रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 0.89% और बीएसई स्मॉलकैप में 0.71% की कमजोरी रही। आज के कारोबार में एफएमसीजी और धातु क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली का रुख रहा।
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत भी हल्की गिरावट के साथ हुई। कारोबार के पहले घंटे में ही बाजार पर दबाव बना। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट भी बढ़ती चली गयी। कमजोर यूरोपीय संकेतों के बीच घरेलू बाजार लुढ़कता चला गया। इस दौरान सेंसेक्स 20,000 के स्तर से नीचे फिसल गया। कारोबार के आखिरी घंटों में बाजार में गिरावट गहरायी। निफ्टी 5900 के स्तर से नीचे चला गया। इस दौरान सेंसेक्स 19,764 और निफ्टी 5896 दिन के निचले स्तरों तक लुढ़क गये। हालाँकि कारोबार के आखिरी मिनटों में निफ्टी सँभल कर 5900 के स्तर पर लौट आया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार में तीखी गिरावट के साथ बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज एफएमसीजी क्षेत्र को सबसे ज्यादा 3.33% का घाटा हुआ। धातु में 1.73%, हेल्थकेयर में 1.64%, तेल-गैस में 1.35%, कैपिटल गुड्स में 1.34%, पावर में 1.25% और पीएसयू में 1.20% की गिरावट रही। बैंकिंग में 0.93%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.89%, रियल्टी में 0.36% और आईटी में 0.14% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, टीईसीके में 0.21% और ऑटो में 0.14% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 25 जुलाई 2013)
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