तकनीकी रूप से भारतीय शेयर बाजार में मजबूती दिख रही है और यह हफ्ता वायदा एक्सपायरी का है।
नजदीकी अवधि में बिकवाली सौदे कटने (शॉर्ट कवरिंग) के भी संकेत दिख रहे हैं, जिससे गिरावट सीमित रहनी चाहिए। बीते हफ्ते के लिए मेरा अनुमान था कि निफ्टी 5725 से लेकर 6075 के बीच में रहेगा और यह उसी दायरे के बीच रहा। इस हफ्ते निफ्टी ऊपर 6125 तक जा सकता है, जबकि नीचे 5800 तक गिरने की संभावना रहेगी। जब तक निफ्टी 5975 के ऊपर रहेगा, तब तक बाजार का रुझान तेज रहेगा, जबकि 5940 के नीचे फिसलने पर बाजार कमजोर होगा। वायदा (F&O) एक्सपायरी की खींचतान के चलते बाजार में इस हफ्ते काफी हलचल रहेगी, लेकिन रुझान सकारात्मक रहने की उम्मीद है।
इस हफ्ते के लिए विदेशी बाजारों के संकेत सपाट से सकारात्मक रह सकते हैं। पिछले हफ्ते डॉव जोंस इंडस्ट्रियल एवरेजेज (Dow Jones Industrial Averages) ने 30 अप्रैल 2010 के बाद का सबसे ऊँचा साप्ताहिक बंद स्तर दर्ज किया। नैस्डैक कंपोजिट (Nasdaq Composite) की भी यही स्थिति रही। नैस्डैक कंपोजिट की साप्ताहिक बढ़त डॉव जोंस से ज्यादा रही। भारतीय बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने बीते हफ्ते कुल 7279.2 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की, जिससे रुपये में मजबूती आयी और 1 डॉलर का भाव पिछले हफ्ते के 46.48 रुपये से घट कर 45.25 रुपये रह गया। (शेयर मंथन, 26 सितंबर 2010)
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