एक ज्यादा सक्रिय नयी सरकार के आने से बाजार का उत्साह एकदम से बढ़ गया है और यह उत्साह अगले 10 वर्षों तक बना रह सकता है।
आर्थिक सुधार, पिछली सरकार की नीतिगत जड़ता से निजात, वैश्विक संदर्भ में एफआईआई के लिए (भारत के अलावा) ज्यादा विकल्पों का नहीं होना और समझदारी के साथ चलने वाला शासन इस समय बाजार के लिए मुख्य सकारात्मक बातें हैं।
मगर मानसून की कमजोरी से महँगाई दर पर होने वाला असर एक मुख्य चिंता है। साथ ही सवाल यह भी है कि सरकार जो बड़े खर्च करना चाहती है, उसके लिए संसाधन कहाँ से आयेंगे? अविरल गुप्ता, निवेश रणनीतिकार, मिंट एडवाइजर्स (Aviral Gupta, Investment Strategist, Mynte Advisors)
(शेयर मंथन, 07 जुलाई 2014)