कवि कुमार, सीईओ, मल्टीपल एक्स कैपिटल
मुझे लगता है कि भारतीय शेयर बाजार मध्यम अवधि के लिए अपने शिखर पर आ चुका है और यहाँ से नीचे पलटने की काफी संभावना है।
मेरा अनुमान है कि निफ्टी (Nifty) यहाँ से पलट कर मध्यम अवधि के निचले स्तरों की ओर जायेगा और 5200-5300 तक फिसलेगा। हालाँकि मुझे यह बात पिछले 300 अंकों से ही लगती रही है और अब तक मैं गलत रहा। लेकिन अब बाजार में गिरावट का खतरा काफी ज्यादा है। इस गिरावट में सेंसेक्स (Sensex) 17,000 से 18,000 तक फिसल सकता है।
मुझे नहीं लगता कि बाजार अपनी मौजूदा उछाल में जनवरी 2008 के ऐतिहासिक शिखरों को छू पायेगा। उससे पहले ही यह मध्यम अवधि के निचले स्तरों की ओर लौटेगा। बाजार में यह तेजी केवल नकदी (लिक्विडिटी) के जोर पर चल रही है।
लेकिन अगर विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की 7-8 अरब डॉलर की खरीदारी बाजार को इतना उछाल सकती है तो वापस उनकी बिकवाली शुरू होने पर बाजार कितना गिरेगा, इसका अंदाजा लगा लें। उस समय खरीदने वाला कौन होगा? घरेलू संस्थाएँ तो लगातार बिकवाली ही कर रही हैं। और अगर एफआईआई बिकवाली नहीं भी करें तो केवल उनकी खरीदारी रुक जाने पर ही बाजार नीचे आ जायेगा। (शेयर मंथन, 21 सितंबर 2010)
Add comment