दवा कंपनी जेबी केमिकल ऐंड फार्मा ने नोवार्टिस से आंखों की दवाओं के ब्रांड्स का अधिग्रहण किया है। कंपनी ने आंखों से जुड़ी 15 दवाओं का अधिग्रहण किया है। इसके लिए कंपनी नोवार्टिस को 1089 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी।
पिछले दो सालों में कंपनी की ओर से किया गया यह पांचवां अधिग्रहण है। कंपनी की ओर से लगातार किए जा रहे अधिग्रहण तेजी से बढ़ रहे ऑप्थैलमोलोजी यानी आंखों से जुड़ी बीमारी का पोर्टफोलियो बढ़ा रही है। कंपनी ने आंखों से जुड़ी 15 दवाओं के लिए नोवार्टिस को 964 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी। यह अधिग्रहण जनवरी 2027 से प्रभावी होगा। इसके अलावा कंपनी नोवार्टिस को 125 करोड़ रुपये इन दवाओं के भारतीय बाजार के लाइसेंस के लिए चुकाएगी।
अगले 3 साल के दौरान नोवार्टिस इन दवाओं का उत्पादन जारी रखेगी, वहीं जेबी केमिकल्स दवाओं की मार्केटिंग और उत्पादों की बिक्री पर ध्यान देगी। ऑप्थैलमोलोजी का कारोबार पिछले तीन साल से 15 फीसदी के सालाना दर से वृद्धि कर रही है। यह अवधि अक्टूबर 2021 से 2023 तक का है जो करीब 4374 करोड़ रुपये का है। यह भारतीय फार्मा मार्केट के कारोबार से भी तेजी से बढ़ा है। भारतीय फार्मा इंडस्ट्री इस दौरान 9 फीसदी की दर से बढ़कर 2.1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। कंपनी की ओर से किए गए अधिग्रहण में एंटी इन्फेक्टिव, एंटी एलर्जी और ग्लूकोमा की दवाएं शामिल है। इसमें 10 में से 8 दवाओं की बिक्री 10-20 फीसदी के सालाना सीएजीआर (CAGR) दर से बढ़ रही है। कंपनी की कुल आय में घरेलू बाजार का योगदान 52 फीसदी है। कंपनी की ओर से अधिग्रहण किए गए दवाओं की बिक्री पिछले 3 सालों में सितंबर 2021 के 179.3 करोड़ रुपये से बढ़कर सितंबर 2022 में 198.4 करोड़ रुपये और सितंबर 2023 में यह बढ़कर 207.8 करोड़ रुपये हो गया है।
(शेयर मंथन, 20 दिसंबर 2023)
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