सीमेंट सेक्टर में अल्ट्राटेक की स्थिति लगातार मजबूत होती दिख रही है। कंपनी की ओर से 32,400 करोड़ रुपये के पूंजीगत खर्च की योजना के बाद बेहतर स्थिति में आने की उम्मीद है।
कंपनी की अगले तीन साल में यह रकम खर्च करने की योजना है। ब्रोकरेज हाउस मॉर्गन स्टैनली के मुताबिक बड़े आकार के अलावा बेहतर पहुंच से इंडस्ट्री में स्थिति सबसे अच्छी है।पूरे भारत में पहुंच के अलावा मजबूत बैलेंस शीट इसे बाकी सीमेंट कंपनियों से अलग करती है। आपको बता दें कि हाल ही में आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी अल्ट्राटेक ने अपने दो नई सीमेंट इकाई को शुरू करने की जानकारी दी है। कंपनी की यह इकाई छतीसगढ़ और तमिलनाडु में है। इस इकाई के शुरू होने के बाद कुल क्षमता बढ़कर 151.6 मीट्रिक टन सालाना हो जाएगी। इसकी दूसरी सबसे करीबी प्रतिद्वंदी कंपनी अदाणी ग्रुप की क्षमता 2023 के अंत तक 76.1 एमटीपीए है। अल्ट्राटेक ने धीरे-धीरे पिछले 5 साल में 50 एमटीपीए क्षमता को जोड़ा है। इस क्षमता विस्तार पर कंपनी ने करीब 32,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
पिछले दो दशक में अल्ट्राटेक में 11 गुना की बढ़ोतरी हुई है। हालाकि सीमेंट इंडस्ट्री की वृद्धि चार गुना रही है। कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक केसोराम सीमेंट का भी अधिग्रहण कर रही है। इस अधिग्रहण पर करीब 64.5 करोड़ डॉलर का निवेश करेगी। इस अधिग्रहण से कंपनी की क्षमता में 10.75 एमटीपीए (MTPA) की बढ़ोतरी होगी। कंपनी के पास हर तरह की इकाई है जिसमें इंटीग्रेटेड सीमेंट इकाई, ग्राइंडिंग इकाई और बल्क टर्मिनल्स हैं जो देश के 59 अलग जगहों पर स्थित हैं। इसके अलावा कंपनी के पास 307 रेड मिक्स कंक्रीट इकाई है। कंपनी के प्रदर्शन और स्थिति को देखते हुए वैश्विक ब्रोकरेज कंपनी मॉर्गन स्टैनली बुलिश है और ओवरवेट की रेटिंग दी है। मॉर्गन स्टैनली ने 12,000 रुपये का लक्ष्य तय किया है।
अल्ट्राटेक का शेयर 0.36% गिर कर 10,001.90 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ है।
(शेयर मंथन, 03 अप्रैल 2023)
Add comment