वैश्विक नकारात्मक संकेत की वजह से भारतीय शेयर बाजार कमजोर नजर आ रहा है और निफ्टी (Nifty) का दायरा 5600-5800 के बीच रह सकता है।
आने वाले दिनों में निफ्टी को 5500-5600 के दायरे में मजबूत सहारा मिलने की उम्मीद है। मेरा कहना है कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा 85 अरब डॉलर के खर्चों में कटौती करने की खबर की वजह से वैश्विक शेयर बाजारों में दबाव बना है। अगर अमेरिकी बाजार में कमजोरी आती है, तो घरेलू बाजार पर भी इसका असर दिखेगा। डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने से घरेलू बाजार पर दबाव बन रहा है। कारोबारियों को मेरी राय है कि सौदे करने में सावधानी बरतें।
क्षेत्रों के लिहाज से आईटी, दवा और एफएमसीजी ठीक नजर आ रहे हैं, जबकि पावर और धातु कमजोर दिख रहे हैं। निवेशकों को मेरी सलाह है कि वे लंबी अवधि का नजरिया बना कर निफ्टी के 50 शेयरों में से चुन कर निवेश कर सकते हैं। राजेश जैन, ईवीपी, रिटेल रिसर्च, रेलिगेयर सिक्योरिटीज (Rajesh Jain, EVP, Retail Research, Raligare Securities)
(शेयर मंथन, 04 मार्च 2013)
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