शोमेश कुमार, बाजार विश्लेषक
निफ्टी ने 12,430 के स्तर से लगभग 7,511 तक की गिरावट दर्ज की है। वहाँ से यह सँभल कर वापस 9,390 तक लौटा है।
यह इस पूरी गिरावट की 38.2% वापसी (रिट्रेसमेंट) है। जब निफ्टी 9,000 और फिर 8,000 के नीचे फिसला, तो बाजार के मूल्यांकन काफी अच्छे स्तरों पर आ गये थे। बहुत सारे शेयर काफी सस्ते मूल्यांकन पर आ गये थे, जिन्हें खरीदने में समझदारी थी। लेकिन अब भारत में अधिकांश अर्थव्यवस्था बंद पड़ी है, और निफ्टी 9,000 के ऊपर या 9,200-9,300 के आसपास टिकने की कोशिश कर रहा है। बीती अवधि के आधार पर (ट्रेलिंग) पीई मूल्यांकन भी अब 20 के ऊपर जा रहा है। इस माहौल में, जब हमें कंपनियों की आगे की अनुमानित आय के बारे में स्पष्टता नहीं है, मुझे लगता है कि बाजार को बीती अवधि के आधार पर 20 पीई से अधिक का मूल्यांकन देना उचित नहीं होगा।
इसलिए निवेश के लिहाज से हमें जरा ठहर जाना चाहिए। या तो इसे कुछ समय के लिए रोक देना चाहिए, या चरणबद्ध खरीदारी करनी चाहिए। मतलब यह है कि गिरावटों पर खरीदारी करें, लेकिन बाजार के पीछे न भागें। लेकिन मान लें कि बाजार यहाँ नहीं रुके और ऊपर ही चढ़ता जाये तो हमें उसके लिए भी अपनी रणनीति तैयार रखनी होगी, ताकि उस चाल से पैसा बनाया जा सके। (शेयर मंथन, 28 अप्रैल 2020)
शोमेश कुमार कुमार का पूरा नजरिया और निफ्टी में ऊपरी चाल या गिरावट दोनों के लिए उनकी रणनीति को जानने के लिए यह वीडियो देखें :
(शेयर मंथन, 28 अप्रैल 2020)
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