भारत की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी सन फार्मा को अमेरिकी ड्रग रेगुलेटर यूएसएफडीए (USFDA) से झटका लगा है। यूएसएफडीए वॉर्निंग लेटर से जुड़े कंटेंट को आगे आने वाले समय में सार्वजनिक करेगी।
कंपनी को यह वॉर्निंग लेटर दादरा इकाई के लिए मिला है। एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने कहा है कि वॉर्निंग लेटर में सीजीएमपी (CGMP) यानी करेंट गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिसेज से जुड़े रेगुलेशन के उल्लंघन के बारे में जानकारी दी गई है। आपको बता दें कि कंपनी के दादरा इकाई को इसी साल यूएसएफडीए से 11 अप्रैल को ओएआई (OAI) यानी ऑफिशियल एक्शन इंडीकेटेड का दर्जा मिला था। इसके बाद अमेरिकी रेगुलेटर ने 4 से 15 दिसंबर 2023 के दौरान जांच की थी। ओएआई दर्जा मिलने का मतलब इकाई को रेगुलेटर की ओर से और प्रशासनिक कदम की सिफारिश की जा सकती है। यह कमद रेगुलेटरी या प्रशासनिक या फिर दोनों हो सकता है। कंपनी ने चौथी तिमाही के नतीजों के बाद एनालिस्ट के साथ चर्चा के दौरान ऑडिट में आए नकारात्मक परिणाम को लेकर चिंता जताई थी। कंपनी का फोकस आने वाले तिमाही में सकारात्मक परिणाम के साथ बेहतर प्रदर्शन करने पर जोर है। कंपनी के दादरा इकाई में ओरल सॉलिड डोजेज फॉर्म का उत्पादन होता है जो रेवलिमिड दवा की जेनरिक है। यह दवा कई कंपनियों की बिक्री का एक अहम हिस्सा है। सन फार्मा का शेयर 2.19% गिर कर 1471 करोड़ रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ।
(शेयर मंथन, 20 जून 2024)
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