स्पेक्ट्रम की नीलामी की प्रक्रिया 2023-24 के लिए पूरी हो गई है। इस स्पेक्ट्रम की नीलामी का मकसद टेलीकॉम सर्विस मुहैया कराने वालों की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया गया है। इसके साथ ही एक्सपायर हो रहे लाइसेंस को रिन्यू भी करना था जिससे मोबाइल सर्विस की वृद्धि जारी रहे।
सरकार को स्पेक्ट्रीम की नीलामी से करीब 11,340 करोड़ रुपये मिले। कुल 141.4 मेगा हर्ट्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी की गई है। जिन स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं हो पाई है वे स्पेक्ट्रम अगली बार होने वाली नीलामी में शामिल किया जाएगा। इस नीलामी प्रक्रिया में 2022 में बिना बिके स्पेक्ट्रम को भी शामिल किया गया था। इस नीलामी में सभी तरह के उपलब्ध स्पेक्ट्रम को शामिल किया गया था जैसे 800, 900, 1800, 2100, 2300, 2500 मेगा हर्ट्ज के अलावा 26 गीगा हर्ट्ज के बैंड्स को नीलामी प्रक्रिया में शामिल किया गया था। इस बार टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स की ज्यादा दिलचस्पी 900, 1800, 2100 और 2500 मेगा हर्ट्ज बैंड्स में दिखी। स्पेक्ट्रम के नीलामी की प्रक्रिया 25 जून यानी मंगलवार को 10 बजे शुरू हुई थी। यह प्रक्रिया 26 जून यानी आज बुधवार को सुबह 11:45 बजे खत्म हुई है। इस प्रक्रिया में कुल 7 राउंड के तहत बोली लगाए गए। कुल बचे 533.6 मेगा हर्ट्ज स्पेक्ट्रम में से 141.4 मेग हर्ट्ज स्पेक्ट्रमी की नीलामी हुई है जो करीब 26% है। आज टेलीकॉम शेयरों में भी बढ़िया खरीदारी देखने को मिली है। 4G और 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी पूरी हो गई। भारती एयरटेल में 3%, वोडाफोन आइडिया 4.6% और इंडस टावर में 3.4% तक की मजबूती देखी गई।
(शेयर मंथन, 26 जून 2024)
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