खबरों के अनुसार नया प्रमोटर मिलने तक जेट एयरवेज (Jet Airways) के कर्जदाता इसमें महत्वपूर्ण हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर सकते हैं।
खबर है कि नया प्रमोटर मिलने में 2-3 महीनों का समय और लग सकता है। मगर जेट एयरवेज को प्रमोटर मिलने पर बैंक दोबारा हिस्सेदारी बेच सकते हैं।
बता दें पिछले 5 महीनों से एसबीआई (SBI) के नेतृत्व में बैंकों का एक समूह नकदी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के लिए समाधान योजना पर काम कर रहा है। इस समय जेट एयरवेज पर 8,200 करोड़ रुपये से ज्यादा की देनदारी है। वहीं मार्च के अंत तक इसे 1,700 करोड़ रुपये लौटाने हैं। मगर कंपनी के विमानों का संचालन रुकने का सिलसिला बरकरार है। कल भी कंपनी ने पट्टा करार के तहत पट्टेदारों को विमानों के किराये का भुगतान न करने के कारण 7 विमानों का संचालन रोकने की जानकारी दी है।
हाल ही में सरकार भी जेट एयरवेज को बचाने के लिए आगे आयी है। सरकार ने सरकारी बैंकों को दिवालिया हुए बिना एयरलाइन को बचाने के लिए कहा है।
उधर बीएसई में शुक्रवार को जेट एयरवेज का शेयर 7.85 रुपये या 3.60% की वृद्धि के साथ 225.85 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 2,565.60 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 680.95 रुपये और निचला स्तर 163.00 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 23 मार्च 2019)
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