भारतीय शेयर बाजारों में कारोबारी हफ्ते के पहले दिन की शुरुआत हरे निशान पर हुई। लेकिन यूरोपीय बाजारों के कमजोर खुलने के बाद भारतीय शेयर बाजार में भी गिरावट आ गयी। फलस्वरूप भारतीय शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ। सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 253 अंक या 2.78% की कमजोरी के साथ 8,840 पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी 62 अंक या 2.62% की गिरावट के साथ 2,683 पर बंद हुआ। आज के कारोबार में सीएनएक्स मिडकैप में 1.49% की कमजोरी रही, जबकि बीएसई का मिडकैप सूचकांक 1.36% और स्मॉलकैप सूचकांक 0.21% की गिरावट के साथ बंद हुआ। आज भी बीएसई में सभी क्षेत्रों के सूचकांकों में कमजोरी दर्ज की गयी। आज के कारोबार में सबसे अधिक गिरावट रियल्टी सूचकांक में रही। ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, बैंकिंग, कंज्यूमर गुड्स और पावर क्षेत्र के सूचकांकों में 3% से अधिक की कमजारी रही। यदि सेंसेक्स शेयरों की बात करें, तो रिलायंस इन्फ्रा, बीएचईएल, रैनबैक्सी लेबोरेटरीज, आईटीसी, विप्रो, टाटा पावर, लार्सन एंड टुब्रो, हिंडाल्को, भारती एयरटेल, सत्यम कंप्यूटर, एसबीआई, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी बैंक, एनटीपीसी और ओएनजीसी के शेयरों में गिरावट रही। ग्रासिम इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील, टीसीएस, स्टरलाइट इंडस्ट्रीज, रिलायंस कम्युनिकेशंस और जयप्रकाश एसोसिएट्स ने बढ़त दर्ज की।
आज रियल्टी क्षेत्र के सूचकांक में 5.34% की कमजोरी रही। इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा गिरावट डीएलएफ में रही और यह 9.96% की गिरावट के साथ बंद हुआ। आकृति सिटी में 6.15%, ऑर्बिट कॉर्पोरेशन में 5.17% , पार्श्वनाथ डेवलपर्स में 4.39% की कमी रही। इंडियाबुल्स रियल, शोभा डेवलपर्स और एचडीआईएल और शोभा डेवलपर्स में भी 3% से अधिक की गिरावट आयी। ऑटो क्षेत्र के सूचकांक में 4.64% की कमी आयी। मारुति सुजुकी में 9.40%, ऐमटेक ऑटो में 5.94% और हीरो होंडा में 5.69% की गिरावट रही। बजाज ऑटो, महिंद्रा एंड महिंद्रा और कमिंस इंडिया 3% से अधिक की कमी रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्र के सूचकांक में 4.47% की कमी आयी। टाइटन इंडिया में 6.86%, विडियोकॉन इंडस्ट्रीज में 3.67% और ब्लू स्टार में 3.23% की गिरावट रही। आज बैंकिंग क्षेत्र के सूचकांक में 3.87% की कमजोरी रही। इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा गिरावट पंजाब नेशनल बैंक में रही और यह 7.47% की गिरावट के साथ बंद हुआ। आईसीआईसीआई बैंक में 7.21%, बैंक ऑफ बड़ौदा में 4.71% , कोटेक महिंद्रा बैंक में 4.55% की कमी रही।
डॉनल्ड ट्रंप एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति बनने वाले हैं। जनवरी में उनका अगला कार्यकाल शुरू होगा। अमेरिका में 100 साल से ज्यादा समय में पहली बार ऐसा हुआ है, जब कोई राष्ट्रपति एक चुनाव हारने के बाद वापसी करने में कामयाब हुआ है।
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