वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच (Fitch) ने भारत की साख में गिरावट की आशंका जतायी है।
इसकी मुख्य वजह नीतिगत फैसलों में ढिलाई, विकास दर में गिरावट का रुख और तुलनात्मक रूप से कमजोर आर्थिक आँकड़े हैं। फिच ने कारोबारी साल 2012-13 के लिए विकास दर (GDP) का अनुमान घटाकर 6% कर दिया है। इससे पूर्व फिच ने विकास दर 6.5% रहने का अनुमान जताया था।
फिच का कहना है कि साल 2014 में होने वाले आम चुनावों के कारण राजकोषीय नीति में ढील रह सकती है। इससे साख पर और ज्यादा दबाव बढ़ेगा। हालाँकि आर्थिक सुधारों को लेकर हाल ही में उठाये गये सरकारी कदमों से विकास दर को सहारा मिल रहा है। निवेश माहौल में सुधार से बुनियादी ढाँचा क्षेत्र को समर्थन और महँगाई दर में कमी जैसे कारणों से भारत की मौजूदा साख "बीबीबी" पर कायम रखने में मदद मिलेगी। (शेयर मंथन, 04 दिसंबर 2012)