भारतीय शेयर बाजार हल्की मजबूती के साथ बंद हुए। बीएसई सेंसेक्स 45 अंक यानी 0.46% की मजबूती के साथ 9,690 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 1 अंक की मजबूती के साथ 2,921 पर रहा। हालांकि कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों की वजह से भारतीय बाजारों में दिन के कारोबार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई, लेकिन दोपहर बाद के कारोबार में भारतीय शेयर बाजार अपने निचले स्तरों से सँभल गये। एक समय 360 से अधिक अंक गिर चुका सेंसेक्स दोपहर बाद हरे निशान में आ गया।
कारोबार के बीच जारी किये गये आँकड़ों के अनुसार अक्टूबर महीने में औद्योगिक विकास दर -0.4% रही है। आज के कारोबार में प्रमुख एशियाई बाजारों में बड़ी गिरावट दर्ज की गयी। दूसरी ओर, प्रमुख यूरोपीय शेयर बाजारों में शुक्रवार के कारोबार की शुरूआत भी गिरावट के साथ हुई। लेकिन इन सभी नकारात्मक संकेतों के बावजूद शेयर बाजारों ने वापसी दर्ज की और हल्की बढ़त के साथ बंद होने में कामयाब रहे। बीएसई मिडकैप सूचकांक में 1.6% और बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 2.5% की बढ़त रही।
बीएसई रियल्टी सूचकांक में 3.9%, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सूचकांक में 2.9% और तेल-गैस सूचकांक में 2.3% की मजबूती रही। बीएसई आईटी सूचकांक में 2.9% और टीईसीके सूचकांक में 1.7% की कमजोरी रही। डीएलएफ में 7.7%, रिलायंस इन्फ्रा में 7.25% और रिलायंस कम्युनिकेशंस में 4.18% की मजबूती रही। रिलायंस इंडस्ट्रीज में 3.76%, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज में 3.12% और टाटा पावर में 2.7% की बढ़त दर्ज की गयी। टीसीएस में 5%, विप्रो में 4.5% और टाटा मोटर्स में 4% की कमजोरी रही। ओएनजीसी, भारती एयरटेल और इन्फोसिस में 2.5-2.8% की गिरावट दर्ज की गयी।
रियल्टी क्षेत्र में अनंत राज इंडस्ट्रीज ने सबसे ज्यादा मजबूती दर्ज की, जो 9.9% की बढ़त के साथ 76.35 रुपये पर बंद हुआ। अंसल इन्फ्रा में 4% और पेनिनसुला लैंड में 2.8% की मजबूती रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्र से टाइटन इंडस्ट्रीज में 4.8% और गीतांजलि जेम्स में 4.1% की बढ़त रही। तेल-गैस क्षेत्र से बीपीसीएल में 5.7%, एचपीसीएल में 5.5% और एस्सार ऑयल में 4.7% की बढ़त रही। आईटी क्षेत्र में एचसीएल ने सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की, जो 7.27% की गिरावट के साथ 107.15 रुपये पर बंद हुआ। फाइनेंशियल टेक्नॉलॉजीज इंडिया में 3.5% और एनआईआईटी में 3.12% की कमी आयी।