विभिन्न कंपनियों द्वारा की गयी खराब नतीजों और नौकरियों में कटौती की घोषणाएं बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजारों के उत्साह पर भारी पड़ गयीं, फलस्वरूप डॉव जोंस में 1.12% की कमजोरी आ गयी। इन खराब नतीजों ने एक बार फिर शेयर बाजारों को इस मद्देनजर सचेत किया कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था का संकट असल में कितना गंभीर है।
संभवतः निवेशकों का एक तबका फेडरल बैंक द्वारा ब्याज दरों में की गयी रिकार्ड कमी को भी इसी नजरिये से देख रहा है। इस वर्ग का मानना है कि ब्याज दरों में की गयी रिकार्ड कमी से अर्थव्यवस्था के संकट की गंभीरता का पता चलता है। बुधवार के कारोबार में उत्साहित करने वाली बात यह रही कि नये खराब आँकड़ों के बावजूद शेयर बाजारों में अधिक गिरावट नहीं आयी। इस बीच नाइमेक्स में कच्चे तेल का भाव 3.54 डॉलर गिर कर 40.06 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
गुरुवार की सुबह एशियाई बाजारों में बढ़त दिख रही है, हालांकि जकार्ता कंपोजिट में हल्की गिरावट है। कॉस्पी में 1% से अधिक मजबूती है। ताइवान वेटेड, निक्केई, हैंग सेंग, शंघाई कंपोजिट और स्ट्रेट्स टाइम्स सभी हरे निशान में हैं, लेकिन इनकी बढ़त 1% से कम है।