महँगाई दर घट कर 7% के भी नीचे आ जाने से ब्याज दरों में कटौती की मांग तेज हो गयी है। उद्योग संगठन फिक्की के महासचिव डॉ. अमित मित्रा ने इस कमी के मद्देनजर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से मांग की है कि वह तुरंत ही और एक बड़ी मात्रा में ब्याज दरों में कटौती करे। उनकी यह भी मांग है कि आरबीआई कर्ज की उपलब्धता को भी और आसान बनाये।
उनके मुताबिक महँगाई दर में तेज गिरावट आने से अब आरबीआई ब्याज दरों में और ज्यादा कटौती करने और कर्ज की उपलब्धता बढ़ाने के उपाय करने में ज्यादा सक्षम होगी। उन्होंने आरबीआई से अपील की है कि वह ग्राहकों और कंपनियों को अधिक मात्रा में कर्ज उपलब्ध कराने के लिए बैंकों को राजी करे। फिक्की महासचिव का मानना है कि ऐसा कदम अर्थव्यवस्था को सहारा देने की सरकारी योजनाओं के अनुरूप होगा। उन्होंने यह मांग भी रखी है कि आरबीआई छोटे-मंझोले उद्योगों (एसएमई) के लिए विशेष योजना लाये और उन्हें कामकाजी और पूँजीगत कर्ज उपलब्ध करा कर उद्योग जगत के इस खास हिस्से को सहारा दे।