मई महीने में खुदरा महंगाई दर 7.04% के स्तर पर दर्ज किया गया है, जबकि पिछले महीने में यह 7.79% था। आप यह भी कह सकते हैं कि महंगाई दर में पिछले महीने के मुकाबले कमी आई है।
मई महीने में खुदरा महंगाई दर 7.04% के स्तर पर दर्ज किया गया है, जबकि पिछले महीने में यह 7.79% था। आप यह भी कह सकते हैं कि महंगाई दर में पिछले महीने के मुकाबले कमी आई है। वही खाद्य महंगाई दर में भी कमी देखने को मिली है और यह 8.31% से घटकर 7.97% दर्ज किया गया है। मई में ग्रामीण महंगाई दर 8.38% से घटकर 7.01% के स्तर पर आ गया है। वही शहरी महंगाई दर में भी मामूली गिरावट देखने को मिली है और यह 7.09% से घटकर 7.08% के स्तर पर पहुंच गया है। कपड़े की महंगाई दर 9.51% से घटकर 8.53% पर पहुंच गया है। मई महीने में कोर महंगाई दर भी करीब 1 फीसदी घटकर 7% से 6.2% के स्तर पर आ गया है। ध्यान देने वाली बात यह है कि सब्जियों की महंगाई दर 15.41% से बढ़कर 18.26% के स्तर पर पहुंच गया है। दालों की महंगाई दर 1.86% से घटकर -0.42% पर आ गया है। जूते-चप्पल की महंगाई दर में बढ़ोतरी देखने को मिली है और यह 9.51% से बढ़कर 10.72% के स्तर पर पहुंच गया है। फ्यूल-बिजली महंगाई दर में कमी देखने को मिली है और यह 10.80% से घटकर 9.54% के स्तर पर आ गया है। मीट और मछली की महंगाई दर 6.97% से बढ़कर 8.23% के स्तर पर पहुंच गया है। मई महीने में ट्रांसपोर्ट, कम्युनिकेशन महंगाई दर 10.91% से घटकर 9.54% के स्तर पर आ गया है। दूध और इससे बनने वाले उत्पादों की महंगाई दर 5.47% से बढ़कर 5.64% के स्तर पर पहुंच गई है। महंगाई में कमी की की वजह केंद्र सरकार की ओर से डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती के असर के तौर पर देखा जा रहा है। रिटेल महंगाई दर लगातार 32 महीने से 4 फीसदी के मीडियम अवधि के लक्ष्य से ऊपर बना हुआ है। वहीं पिछले 5 महीने से रिटेल महंगाई दर 6 फीसदी के ऊपरी स्तर बना हुआ है।
(शेयर मंथन 13 जून)