परिधान रिटेल क्षेत्र की प्रमुख कंपनी फैबइंडिया (Fabindia) ने अपना आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) वापस लेने का फैसला किया है। कंपनी की ओर से कहा गया है कि बाजार के मुश्किल हालात को देखते हुए आईपीओ वापस लेने का फैसला किया गया है।
पारंपरिक भारतीय परिधान के लिए लोकप्रिय कंपनी भविष्य में आईपीओ लाने पर विचार कर सकती है। कंपनी की योजना आईपीओ के जरिये 4000 करोड़ रुपये जुटाने की थी। फैबइंडिया ने आईपीओ वापस लेने के फैसला ई-कॉमर्स फर्म स्नैपडील (Snapdeal), पहनने योग्य इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण बनाने वाली कंपनी बीओएटी (boAt) और आभूषण रिटेल क्षेत्र की जोयालुक्कास (Joyalukkas) द्वारा अनिश्चित बाजार स्थितियों के कारण अपने आईपीओ वापस लेने के बाद उठाया है। एक अन्य कंपनी मामा अर्थ (Mama Earth) ने भी बाजार नियामक (SEBI) को आईपीओ से संबंधित दस्तावेज सौंपे हैं, मगर उसे अब तक मंजूरी नहीं मिली है। अगले कुछ दिनों में इस पर फैसला हो सकता है।
टिकाऊ और पारंपरिक भारतीय परिधानों के लिए लोकप्रिय 62 साल पुरानी कंपनी ने कहा कि अभी बाजार की धारणा कमजोर है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट हेमांग जानी ने कहा, 'इनमें से ज्यादातर कंपनियाँ बाजार में अभी संभव से ज्यादा वैल्यूएशन पर पैसा जुटाना चाहती हैं।
भारत का बेंचमार्क निफ्टी 50 स्टॉक इंडेक्स इस साल अब तक 4% से अधिक नीचे है, उच्च मुद्रास्फीति से लड़ने के लिए अमेरिका के फेडरल रिजर्व समेत प्रमुख केंद्रीय बैंक लंबे समय तक लगातार ब्याज दरें बढ़ाएँगे। फैबइंडिया के लिस्टेड प्रतिद्वंदी वेदांत फैशन, आदित्य बिड़ला फैशन ऐंड रिटेल और अरविंद फैशंस के शेयरों में इस साल 14%-21% की गिरावट आई है। फैबइंडिया ने पिछले साल जनवरी में कहा था कि वह आईपीओ में पांच अरब रुपये के नए शेयर और मौजूदा शेयरधारकों के 2.51 करोड़ शेयर बेचकर 40 अरब रुपये जुटाएगा।
(शेयर मंथन, 28 फरवरी 2023)