सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंक साउथ इंडियन बैंक (South Indian Bank) के एमडी मुरली रामकृष्णन ने दोबारा से बैंक के एमडी और सीईओ (MD & CEO) के तौर पर नियुक्ति लेने से इनकार कर दिया। यह जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को भेजे गये नोटिस में दी गयी है।
नोटिस में कहा गया है कि यह सूचित किया जाता है कि बैंक के निदेशक मंडल ने 28 मार्च, 2023 को हुई अपनी बैठक में प्रबंध निदेशक और सीईओ मुरली रामकृष्णन के इस अनुरोध पर विचार किया कि उनका मौजूदा कार्यकाल पूरा होने पर यानी 30 सितंबर, 2023 तक व्यक्तिगत कारणों या पारिवारिक परिस्थितियों के कारण पुन: नियुक्ति के लिए खुद को पेश नहीं किया जाए। बयान में कहा गया है कि बोर्ड ने एक खोज समिति का गठन किया है जो एमडी और सीईओ के पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों की पहचान करेगी और उनका मूल्यांकन करेगी।
इस खबर से बैंक के शेयरों को तगड़ा झटका लगा और यह बुधवार (29 मार्च) को धड़ाम हो गये। आज कारोबार के दौरान बैंक के शेयर 13% की गिरावट के साथ 14.39 रुपये पर बंद हुए। कारोबार के दौरान शेयरों के भाव 13.79 रुपये के निचले स्तर तक गिर गये, मगर बाद में कुछ संभलने के बाद 2.15 रुपये की गिरावट के साथ बंद हुए।
रामकृष्णन को अक्टूबर 2020 में साउथ इंडियन बैंक के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल 30 सितंबर को समाप्त होने वाला था। आईसीआईसीआई बैंक के पूर्व वरिष्ठ महाप्रबंधक रह चुके रामकृष्णन को वैश्विक स्तर पर विभिन्न बाजारों में आठ नियामकों को संभालने के अलावा खुदरा, एसएमई, कॉर्पोरेट और परियोजना वित्त जैसे क्षेत्रों सहित घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों में काम करने का अनुभव है। रामकृष्णन ने कहा कि यह निर्णय पूरी तरह से व्यक्तिगत और पारिवारिक कारणों से लिया गया है। रामकृष्णन ने कहा कि उनका कार्यकाल सितंबर के अंत तक है और अंतिम तिथि तक जो भी करने की जरूरत होगी वह करते रहें।
दिसंबर में समाप्त तिमाही के दौरान साउथ इंडियन बैंक का शुद्ध लाभ 103 करोड़ रुपये रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 50 करोड़ रुपये था। दिसंबर के अंत तक बैंक का कुल अग्रिम बढ़कर 70,117 करोड़ रुपये हो गया, जो सालाना आधार पर 18% अधिक है।
(शेयर मंथन, 29 मार्च 2023)