विदेशी फंड हाउस क्विनाग एक्विजिशन (Quinag Acquisition) ने भारत के प्रमुख गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थान मणप्पुरम फाइनेंस (Manappuram Finance Ltd) में अपनी पूरी 9.90% हिस्सेदारी बेच दी है। कंपनी ने एक्सचेंजों को दी सूचना में यह जानकारी दी है। खुले बाजार में हुए इस सौदे में क्विनाग एक्विजिशन ने 8.38 करोड़ शेयर 1,177 करोड़ रुपये में बेचे।
क्विनाग एक्विजिशन ने गुरुवार को मणप्पुरम फाइनेंस में अपना हिस्सा 140.50 रुपये प्रति शेयर के औसत मूल्य पर बेचा। इस खबर से शुक्रवार को कंपनी का शेयर 0.56 % की गिरावट के साथ 141.45 रुपये पर खुला। दिन के कारोबार के दौरान 143.45 रुपये के उच्च स्तर और 135.30 रुपये के निचले स्तर तक गया। सत्र समाप्ति पर मणप्पुरम फाइनेंस के शेयर का भाव 1.86% की गिरावट के साथ 2.65 रुपये फिसल कर 139.60 रुपये पर बंद हुआ।
क्विनाग एक्विजिशन 30 जून, 2023 तक मणप्पुरम फाइनेंस का सबसे बड़ा विदेशी संस्थागत निवेशक था। 30 जून तक प्रमोटर वीपी नंदकुमार के पास गैर-बैंकिंग वित्तीय निगम (NBFC) में 29% हिस्सेदारी थी। एक अन्य प्रवर्तक ज्योति नंदकुमार की कंपनी में 5.67% हिस्सेदारी है। म्यूचुअल फंडों में एसबीआई कॉन्ट्रा फंड की मणप्पुरम फाइनेंस में 1.19% हिस्सेदारी है, जबकि डीएसपी मिडकैप फंड की हिस्सेदारी 2.43% है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों में बीएनपी पारिबा आर्बिट्राज की मणप्पुरम फाइनेंस में 1.74% और बोफा सिक्योरिटीज यूरोप एसए की कंपनी में 1.44% हिस्सेदारी है। गुरुवार को बोफा सिक्योरिटीज यूरोप एसए ने 62.60 लाख शेयर और चार्टर्ड फाइनेंस और लियासी एनजी ने मणप्पुरम फाइनेंस के 50 लाख शेयर खरीदे।
बीएसई पर गुरुवार के कारोबार में भी मणप्पुरम फाइनेंस के शेयर में 4% की गिरावट देखने को मिली थी। पिछले छह महीनों में मणप्पुरम फाइनेंस ने करीब 40% की बढ़त के साथ बाजार से बेहतर प्रदर्शन किया है, जबकि बेंचमार्क इंडेक्स में 10.7% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
(शेयर मंथन, 25 अगस्त 2023)