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स्टरलाइट इंडस्ट्रीज में मजबूती

उतार-चढ़ाव से भरे कारोबारी दिन में स्टरलाइट इंडस्ट्रीज के शेयरों में काफी तेजी देखी जा रही है। बीएसई में 1.27 बजे कंपनी के शेयरों में 6.79% की मजबूती है, जबकि बीएसई धातु सूचकांक लगभग सपाट चल रहा है। वेदांता ग्रुप की नजर अभी भी असार्को की खरीद पर लगी हुई है। इसने इसके लिए पहले 2.6 अरब डॉलर का ऑफर रखा था, लेकिन धातुओं की गिरती कीमतों के मद्देनजर अक्टूबर में इसने इस ऑफर को वापस ले लिया था।

भारतीय शेयर बाजारों में बढ़त

2.25: यूरोपीय बाजारों में कमजोर शुरुआत के बावजूद भारतीय शेयर बाजारों में इस समय बढ़त का रुख है। इस समय सेंसेक्स 182 अंकों की मजबूती के साथ 8,877 पर है, जबकि निफ्टी 59 अंक ऊपर 2,713 पर है। लेकिन बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक में अभी भी कमजोरी बरकरार है। बीएसई तेल-गैस सूचकांक में 3% और बैंकिंग सूचकांक में 2.71% की बढ़त है। बीएसई ऑटो सूचकांक में 1.36% की कमजोरी है। महिंद्रा एंड महिंद्रा  में 3.85%, मारुति सुजुकी में 3.04% और रिलायंस कम्युनिकेशंस में 2.58% की गिरावट है। स्टरलाइट इंडस्ट्रीज में 8.7% की बढ़त है। आईसीआईसीआई बैंक में 6.61%, विप्रो में 5.33% और एचडीएफसी में 4.79% की मजबूती है। एचडीएफसी बैंक में 4.42%, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 4.04% और भारती एयरटेल में 3.63% की बढ़त है।  

12.01: भारतीय शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव चल रहा है। कभी सेंसेक्स लाल निशान में होता है, तो थोड़ी देर में हरे निशान में चला जाता है। इस समय सेंसेक्स 8 अंकों की गिरावट के साथ 8,687 पर है, जबकि निफ्टी 5 अंक नीचे 2,649 पर है।

अब और 800 अरब डॉलर

राजीव रंजन झा

800 अरब डॉलर कितने होते हैं? बड़ी संख्याओं के साथ समस्या यही होती है कि जब तक उन्हें एक संदर्भ में रख कर नहीं देखा जाये, तब तक उनका सही आकार समझना मुश्किल होता है। तो अगर भारत के संदर्भ में इस संख्या को समझना चाहें, तो सीधी तुलना यह है कि 2007-08 में पूरे 12 महीनों के दौरान पूरे भारत ने जितना उत्पादन किया, उससे यह रकम सवा गुना है। डॉलर की मौजूदा कीमत के हिसाब से भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 2007-08 के दौरान करीब 625 अरब डॉलर का था।

डॉव मजबूत, एशिया में हरियाली

कर्ज बाजार को फिर से पटरी पर लाने के लिए वित्त विभाग और फेडरल रिजर्व द्वारा 800 अरब डॉलर की योजना की घोषणा के बाद अमेरिकी निवेशकों में उत्साह नजर आया और मंगलवार के कारोबार में डॉव जोंस 36 अंकों की बढ़त दर्ज करने में कामयाब रहा। लगातार तीसरे दिन डॉव जोंस में आयी मजबूती से यह संकेत मिलता है कि पिछले कई महीनों से खराब आंकड़ों से जूझ रहे निवेशकों का आत्मविश्वास कुछ हद तक जरूर लौटा है। लेकिन यह कहना थोड़ी जल्दबाजी होगी कि अमेरिकी बाजार अपने निचले स्तर देख चुके हैं और अब फिर से मजबूती का दौर आ सकता है। इतना जरूर कहा जा सकता है कि सरकार लगातार यह प्रयास कर रही है कि उधारी का बाजार फिर से अपने सामान्य हालात की ओर लौट आये।

भारतीय शेयर बाजार लाल निशान पर बंद

भारतीय शेयर बाजार आज सुबह अच्छी बढ़त के साथ खुले। बीएसई सेंसेक्स ने 9,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को भी पार कर लिया। लेकिन मंगलवार को यूरोपीय शेयर बाजारों की कमजोर शुरुआत के बाद इसमें गिरावट बढ़ती गयी और कारोबारी दिन के अंत में यह लाल निशान पर बंद हुआ। मंगलवार को सेंसेक्स 207 अंक या 2.33% की कमजोरी के साथ 8,695 पर और एनएसई का निफ्टी 54 अंक या 2%  की गिरावट के साथ 2,654 पर बंद हुआ। तेल और गैस, कंज्यूमर गुड्स, रियल्टी और बैंकिंग क्षेत्रों के सूचकांकों में 2% से अधिक की गिरावट रही। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स क्षेत्र को छोड़कर सभी क्षेत्रों के सूचकांकों में गिरावट आयी।

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