प्रमुख दवाई कंपनी ल्युपिन (Lupin) को अमेरिकी स्वास्थ्य नियामक यूएसएफडीए (USFDA) ने मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा के लिए मंजूरी दे दी है।
ल्युपिन को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन सल्फेट गोलियों के लिए मंजूरी मिली है, जो कि एक अन्य दवा कंपनी कॉनकॉर्डिया फार्मा (Concordia Pharma) की प्लेक्यूनिल गोलियों का जेनेरिक संस्करण है। बता दें कि अप्रैल 2018 तक एक साल की अवधि के दौरान अमेरिका में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन सल्फेट गोलियों का व्यापार 21.53 करोड़ डॉलर का रहा था।
दूसरी तरफ बीएसई में ल्युपिन का शेयर 911.95 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकबाले आज 919.00 रुपये पर खुला। शुरुआती सत्र में गिरावट के बाद ल्युपिन में उठापटक जारी है। इस बीच करीब साढ़े 11 बजे यह 6.45 रुपये या 0.71% की कमजोरी के साथ 905.50 रुपये पर चल रहा है। (शेयर मंथन, 10 जुलाई 2018)
Add comment