ब्रिटेन में स्थित प्रमुख ऑटोमोबाइल और एयरोस्पेस रोल्स रॉयस (Rolls-Royce) ने इंजीनियरिंग और डिजिटल सेवाओं के लिए इन्फोसिस (Infosys) को दीर्घकालिक साझेदार के रूप में चुना है।
करार के तहत टिकाऊ ऊर्जा के लिए अपने ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए इन्फोसिस रोल्स-रॉयस को इंजीनयिरिंग और डिजिटल समाधान मुहैया करेगी।
एक अग्रणी औद्योगिक प्रौद्योगिकी फर्म के रूप में रोल्स-रॉयस इनोवेशन (नवाचार) के लिए अपनी प्रतिबद्धता को आवश्यक मानती है। इसीलिए कंपनी ने 2018 में रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट पर करीब 12,756 करोड़ रुपये का निवेश किया था। बता दें कि रोल्स-रॉयस के दुनिया भर के 150 से ज्यादा देशों में उपभोक्ता हैं, जिनमें 400 विमानन पट्टादायी कंपनियाँ, 160 सशस्त्र सेना और 4,000 समुद्री उपभोक्ता शामिल हैं।
उधर बीएसई में शुक्रवार को इन्फोसिस का शेयर 10.70 रुपये या 1.48% की गिरावट के साथ 712.55 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 3,11,288.32 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 771.15 रुपये और निचला स्तर 549.50 रुपये रहा है।
इन्फोसिस आमदनी के हिसाब से दूसरी सबसे बड़ी भारतीय आईटी कंपनी है। वहीं इसी मामले में यह दुनिया की 596वीं सबसे बड़ी सार्वजनिक कंपनी है (शेयर मंथन, 09 मार्च 2019)
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