वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही के मुकाबले 2018-19 की समान तिमाही में इंटरग्लोब एविएशन (Interglobe Aviation) या इंडिगो के मुनाफे में 401.2% की बढ़ोतरी हुई है।
पिछले कारोबारी साल की समान अवधि में 117.60 करोड़ रुपये से बढ़ कर कंपनी का मुनाफा 589.60 करोड़ रुपये रुपये हो गया। कंपनी की शुद्ध तिमाही आमदनी 35.9% बढ़ कर 7,883.3 करोड़ रुपये रही।
इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने कहा है कि ईंधन की उच्च कीमतों, कमजोर रुपये और अत्यधिक प्रतिस्पर्धी माहौल के कारण भारत में एयरलाइन उद्योग के लिए वित्त वर्ष 2018-19 एक कठिन वर्ष था। दत्ता के मुताबिक यह इंडिगो के लिए दो हिस्सों की कहानी रहा, जिसमें साल की पहली छमाही में घाटा हुआ और दूसरी छमाही में कंपनी ने तेजी से वापसी की।
इंडिगो का एबिटार, एयरलाइन की लाभकारिता मापने का महत्वपूर्ण तरीका, 1,132.1 करोड़ रुपये से 93.7% बढ़ कर 2,192.6 करोड़ रुपये और एबिटार मार्जिन 19.5% की तुलना में 27.8% हो गया। इसके अलावा कंपनी की आरएएसके (उपलब्ध सीट प्रति किलोमीटर आमदनी) 3.43 रुपये से 5.9% बढ़ कर 3.63 रुपये हो गयी, जबकि सीएएसके (उपलब्ध प्रति सीट किलोमीटर लागत) 3.33 रुपये से 0.6% अधिक 3.35 रुपये रहा।
इसके अलावा इंडिगो का लोड फैक्टर 88.9% के मुकाबले करीब 3 अंकों की गिरावट के साथ 86.0% रह गया।
दूसरी तरफ बीएसई में इंडिगो का शेयर 1,663.00 रुपये के पिछले बंद भाव की तुलना में सुबह 1,705.00 रुपये पर खुला और अभी तक के कारोबार के दौरान 1,716.00 रुपये के ऊपरी स्तर तक चढ़ा है, जो इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर है। हालाँकि इंडिगो का शेयर मजबूत स्थिति में बना नहीं रह सका। करीब 1.40 बजे इंडिगो के शेयरों में 0.25 रुपये या 0.02% की मामूली गिरावट के साथ 1,662.75 रुपये पर कारोबार हो रहा है। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 63,917.25 करोड़ रुपये है। वहीं पिछले 52 हफ्तों में कंपनी के शेयर का निचला स्तर 697.00 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 28 मई 2019)
Add comment