भारती इन्फ्राटेल (Bharti Infratel) ने इंडस टावर्स (Indus Towers) के साथ प्रस्तावित विलय योजना की समयसीमा बढ़ा दी है।
सौदे पर नियामक अनिश्चितता को देखते हुए कंपनी ने विलय योजना की समयसीमा 2 महीने बढ़ा कर 24 दिसंबर तक कर दी है। भारती इन्फ्राटेल अनुसार सौदे में देरी का कारण वोडाफोन आइडिया को लगभग 11.15% हिस्सेदारी के लिए कम भुगतान करना है। उम्मीद की जा रही थी कि वोडाफोन आइडिया को इंडस टावर्स में हिस्सेदारी बिक्री से करीब 5,500 करोड़ रुपये मिलेंगे।
अप्रैल 2018 में भारती एयरटेल, आइडिया सेल्युलर और वोडाफोन ग्रुप ने चीन के बाहर दुनिया में सबसे बड़ा मोबाइल टॉवर ऑपरेटर बनाने के लिए मोबाइल टावर कंपनी इंडस टावर्स और टेलीकॉम इन्फ्रास्ट्रक्चर फर्म भारती इंफ्राटेल के विलय के लिए एक समझौते की घोषणा की थी। भारत के 22 दूरसंचार सेवा क्षेत्रों में इसके 1,63,000 से अधिक टावर होंगे।
इस खबर से भारती इन्फ्राटेल का शेयर दबाव में है। बीएसई में भारती इन्फ्राटेल का शेयर 237.45 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले 240.00 रुपये पर खुल कर 213.75 रुपये के 52 हफ्तों के निचले स्तर तक गिरा है।
करीब 12.20 बजे यह 18.20 रुपये या 7.66% की कमजोरी के साथ 219.15 रुपये के भाव पर चल रहा है। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 40,552.66 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 333.80 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 25 अक्टूबर 2019)
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