ग्लेनमार्क फार्मा और उसकी साझेदार कनाडाई बायोटेक कंपनी ‘सैनोटाइज रिसर्च’ (SaNOtize) ने कोविड-19 से संक्रमित वयस्कों के इलाज के लिए नाइट्रिक ऑक्साइड नेजल स्प्रे (नाक के जरिए ली जाने वाली दवा) बाजार में उतारा है।
खास बात यह है कि स्प्रे उन वयस्कों के लिए ज्यादा कारगर है जिनके संक्रमित होने पर उनके गंभीर रूप से बीमार होने का खतरा अधिक है। भारत में इस दवा को ‘फैबीस्प्रे’ के नाम से बाजार में उतारा गया है। नाइट्रिक ऑक्साइड नेजल स्प्रे के उत्पादन और बिक्री के लिए ग्लेनमार्क को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) से मंजूरी मिल चुकी है।
फैबीस्प्रे को इस तरह बनाया गया है कि वह नाक के भीतर ही कोविड-19 के वायरस को नष्ट करने में कामयाब है ताकि वह फेफड़ों तक नहीं पहुंच सके। कंपनी का दावा है कि नाइट्रिक आक्साइड आधारित यह नेजल स्प्रे, नाक की ऊपरी सतह पर कोरोना वायरस को प्रभावी ढंग से खत्म करने का काम करती है। परीक्षण के दौरान पाया गया कि यह दवा कोविड-19 वायरस को खत्म करने के साथ दवा के एंटी-माइक्रोबियल गुण भी सामने आए हैं।
वहीं, ग्लेनमार्क फार्मा के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी ने एक बयान में कहा था कि हम कोरोना के खिलाफ भारत की जंग के एक महत्वपूर्ण साझेदार हैं। नाइट्रिक ऑक्साइड आधारित नैजल स्प्रे की मंजूरी व साझेदारी में इसे जारी करने पर खुशी हो रही है। कोविड-19 के इलाज के लिए यह एक और सुरक्षित और प्रभावी दवा है।
जुलाई 2021 में ग्लेनमार्क फार्मा ने कनाडा की बायोटेक फर्म सैनोटाइज के साथ नैजल स्प्रे के उत्पादन, मार्केटिंग और वितरण के लिए लंबी अवधि के रणनीतिक साझेदार के तौर पर एक्सक्लूसिव करार किया था। इस दवा का इस्तेमाल कोरोना के इलाज में भारत और एशियन बाजार में करने के लिए करार किया गया था। भारत के अलावा सिंगापुर, मलेशिया, हांग कांग ताइवान, नेपाल, ब्रुनेई, कंबोडिया, लाओस,म्यामांर,श्रीलंका और वियतनाम में भी इस दवा को उपलब्ध कराया जाएगा। (शेयर मंथन, 09 फरवरी 2022)
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