सर्राफा में बिकवाली होने की संभावना है। सोने की कीमतों को 51,000 रुपये पर सहारा और 51,700 रुपये पर बाधा रह सकता है।
चांदी की कीमतों में नरमी रहने की संभावना है और कीमतों को 68,300 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 67,000 रुपये पर सहारा रह सकता है। सोने की कीमतें आज सपाट कारोबार कर रही है और पिछले हफ्ते दो सप्ताह के निचले स्तर के पास कारोबार कर रही है, क्योंकि निवेशकों की नजर रूस-यूक्रेन संघर्ष पर नजर है जबकि अमेरिकी पफेडरल रिजर्व मुद्रास्फीति से निपटने के लिए अधिक आक्रामक उपायों पर विचार कर रहा है। रूसी और यूक्रेनी सेनाओं के बीच रविवार को यूक्रेनी बंदरगाह शहर मारियुपोल के लिए संघर्ष हुआ जहां पिछले सप्ताह रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता के प्रयासों के बावजूद निवासी को कम भोजन, पानी और बिजली की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। फेड के दो सबसे कट्टर नीति निर्माताओं ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय बैंक को मुद्रास्फीति से निपटने के लिए अधिक आक्रामक कदम उठाने की जरूरत है। फेड ने पिछले हफ्ते भी अपने बेंचमार्क ब्याज दर को एक चौथाई प्रतिशत बढ़ा दिया और अगले साल उधर लेने की लागत को प्रतिबंधत्मक स्तरों पर ले जाने के लिए एक आक्रामक योजना का अनुमान लगाया।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग शुक्रवार को 0.8% बढ़कर 1,082.44 टन हो गयी है जो मार्च 2021 के बाद से सबसे अधिक है। घरेलू बाजार में अधिक कीमतों के कारण पिछले सप्ताह भारत में सोने की खुदरा बिक्री कम हुई है, जबकि चीन में कोविड-19 के मामलों में फिर से बढ़ोतरी के कारण चीन और हांगकांग के डीलरों को छूट देने के लिए विवश होना पड़ा। (शेयर मंथन, 21 मार्च 2022)
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