बेस मेटल की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
बिकवाली के दबाव के कारण निकल और एल्युमीनियम की कीमतों में गिरावट जारी रह सकती हैं।
व्यापारिक तनाव के कारण 2018 में मेटल की कीमतों को काफी नुकसान हुआ है, लेकिन व्यापार में सुधार को लेकर अमेरिकी माँगों पर चीन के लिखित जवाब दिये जाने से दोनों देशों के बीच तनाव में कमी के संकेत हैं।
तांबें की कीमतों के एक दायरे में रहने की संभावना है और इसकी कीमतों को 435 रुपये के स्तर पर सहारा और 445 रुपये के करीब बाधा रह सकती है। वहीं लेड की कीमतें भी सीमित दायरे में रह सकती हैं। लेड की कीमतों को 140 रुपये के नजदीक सहारा और 146 रुपये के नजदीक रुकावट, एल्युमीनियम की कीमतों को 137 रुपये के नजदीक सहारा और 140.50 के नजदीक अड़चन रह सकती है।
चीन ने सितंबर के 93,000 टन की तुलना में पिछले महीने लगभग 88,000 टन एल्युमीनियम का उत्पादन किया है। चीन ने इस वर्ष जाड़े में एल्युमीनियम और एलुमिना उत्पादन में 30% कमी के आदेश को दोबारा लागू नहीं करने का फैसला किया है।
जिंक की कीमतों को 189 रुपये के नजदीक सहारा और 195 रुपये के करीब बाधा रह सकती है। एलएमई में कम आपूर्ति की समस्या के कारण जिंक का प्रीमियम 56.60 डॉलर प्रति टन हो गया है। इंटरनेशनल जिंक एवं लेड स्टडी ग्रुप के अनुसार विश्व जिंक बाजार में अगस्त के 81,800 रुपये टन की कमी की तुलना में सितंबर में 54,700 रुपये टन की कमी दर्ज की गयी है।
निकल की कीमतों को 807 रुपये पर सहारा और 840 रुपये के स्तर पर अड़चन रहने की संभावना है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता से स्टील की माँग कम होने की आशंका से निकल की कीमतें 11 महीने के निचले स्तर पर पहुँच गयी हैं। (शेयर मंथन, 19 नवंबर 2018)