कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है।
ओपेक और रूस के जनवरी से तेल उत्पादन में 1.2 मिलियन बैरल की कटौती को लेकर सहमत होने के कारण तेल की कीमतों में शुक्रवार को दर्ज की गयी तेजी आज भी जारी है। कच्चे तेल की कीमतों को 3,780 रुपये पर सहारा और 3,930 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है। तेल उत्पादन में 1.2 मिलियन बैरल की कटौती में से ओपेक देश 80,000 बैरल प्रति दिन की कटौती करेंगे और गैर-ओपेक देश 40,000 बैरल प्रति दिन की कटौती करेंगे।
ओपेक और गैर-ओपेक देशों द्वारा जनवरी से तेल उत्पादन में कटौती द्वारा अक्टूबर 2018 के स्तर को प्राप्त करने का लक्ष्य तय किया गया है। तेल के सबसे बड़े आयातक चीन ने नवंबर महीने में 10.43 मिलियन बैरल प्रति दिन तेल का आयात किया, जो वार्षिक स्तर पर 8.5% अधिक है। चीन ने पहली बार 10 मिलियन बैरल प्रति दिन से अधिक तेल का आयात किया है।
नेचुरल गैस वायदा (दिसंबर) की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 320-330 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अमेरिका में गैस रिगों की संख्या पिछले हफ्ते 9 बढ़ कर कुल 198 हो गयी है। (शेयर मंथन, 10 दिसंबर 2018)