मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services Ltd) में रीटेल रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका के मुताबिक कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण निफ्टी 300 से अधिक अंकों की गिरावट के साथ खुला, क्योंकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने 2025 में ब्याज दरों में धीमी रफ्तार से कटौती का संकेत दिया। ये 24000 के स्तर के नीचे 23952 के स्तर पर 247 अंकों (1.02%) के नुकसान के साथ बंद हुआ।
व्यापक बाजार भी लाल निशान में काफी नीचे खुले, मगर निम्न स्तरों पर खरीदारी आने से दिन का नुकसान 0.3% से 0.5% तक कम हो गया। अमेरिकी फेड ने अनुमान के अनुरूप ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की, मगर 2025 में बाजार की अपेक्षा से कम कटौती का संकेत दिया, जिससे शेयर बाजारों में तीव्र बिकवाली को बल मिला।
वैश्विक स्तर पर बैंक ऑफ जापान ने, जिसने मार्च में नकारात्मक ब्याज दरें समाप्त की थीं और अल्प अवधि के अपने पॉलिसी लक्ष्य को जुलाई में 0.25%, आज ब्याज दरों अपरिवर्तित रखा और नये ट्रंप प्रशासन के तहत नीतिगत बदलावों का इंतजार कर रहा है।
क्षेत्रीय स्तर पर, इस अस्थिरतापूर्ण बाजार में निफ्टी फार्मा (1.7%) और हेल्थकेयर (1.3%) में मजबूती देखने को मिली। बैंकिंग, आईटी, फाइनेंशियल सर्विसेज, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और धातु सूचकांक प्रत्येक 1% से ज्यादा टूटे, जिनका बाजार की गिरावट में योगदान रहा।
मुख्य आर्थिक आँकड़े, जिसमें आज देर शाम आने वाले अमेरिका की जीडीपी दर और बैंक ऑफ इंग्लैंड के ब्याज दर संबंधी निर्णय और कल होने वाली आरबीआई की एमपीसी बैठक का विवरण बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण बने रहेंगे। कुल मिलाकर हमें भारतीय बाजारों के सुस्त बने रहने और इस अस्थिरता पूर्ण माहौल में वैश्विक संकेतों को ट्रैक करने का अनुमान है।
(शेयर मंथन, 19 दिसंबर 2024)
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