बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला कारोबार होने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 760 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 753 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी डॉलर के एक महीने के निचले स्तर पर पहुँचने के कारण आज सुबह शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है जबकि अमेरिकी आँकड़ों के अनुमान से कमजोर रहने के कारण एलएमई पर बेस मेटल की कीमतों मे गिरावट हुई। चिली में बीएचपी ग्रुप लिमिटेड की दुनिया की सबसे बड़ी तांबा खदान एस्कॉन्डिडा में यूनियन ने बुधवार को अपने सदस्यों से हड़ताल के लिए मतदान करने का आग्रह करते हुये कहा कि कंपनी अपनी इच्छा थोपने का प्रयास कर रही है और इसका अनुबंध प्रस्ताव अपर्याप्त था। सलाहकार वुड मैकेंजी ने कहा कि कच्चे माल के सबसे बड़े उपभोक्ता चीन में कमोडिटीज की माँग 2021 की दूसरी छमाही में धीमी होने की संभावना है, लेकिन अपतटीय पवन परियोजनाओं के लिए सब्सिडी के कारण तांबे की माँग मजबूत बनी रहनी चाहिये। जिंक की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 248 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 245 रुपये, लेड की कीमतें 176 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 178 रुपये, निकल में भी बिकवाली हो सकती है और कीमतें 1,515 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 1,490 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। निकल के लिए इलेक्ट्रिक वाहन भविष्य में अहम हो सकते हैं, लेकिन वर्तमान स्टेनलेस स्टील की ओर से ही अधिक माँग होती है।
एल्युमीनियम की कीमतें 204 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 208 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। एलएमई पर नकद एल्युमीनियम तीन महीने के कॉन्टैंक्ट के मुकाबले दो हफ्ते पहले 20 डॉलर की छूट के मुकाबले 10.50 डॉलर के प्रीमियम पर फिसल गया है, जो तेजी से वितरण योग्य धातु की कम आपूर्ति की ओर इशारा करता है। (शेयर मंथन, 30 जुलाई 2021)