कच्चे तेल की कीमतों में तेजी दर्ज की जा सकती है। कीमतों को 5,450 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 5,340 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
आज तेल की कीमतों में नरमी देखी जा रही है लेकिन दुनिया के शीर्ष तेल उपभोक्ता, संयुक्त राज्य अमेरिका में और आयात और उत्पादन में गिरावट के साथ ही पिछले सप्ताह कच्चे तेल के भंडार के जनवरी 2020 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुँचने के कारण कीमतें 75 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रही है। ऊर्जा सूचना प्रशासन (ईआईए) के अनुसार कम आयात और साप्ताहिक उत्पादन में गिरावट 23 जुलाई को समाप्त में अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 4.1 मिलियन बैरल की गिरावट हुई है। गैसोलीन और डिस्टीलेट के भंडार में भी गिरावट हुई है। फेडरल रिजर्व ने बुधवार को एक नये नीति बयान में कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण में वृद्धि के बावजूद अमेरिकी आर्थिक सुधार अभी भी पटरी पर है। फिर भी, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप में पेट्रोल की माँग में गिरावट के साथ ईंधन की माँग पर कुछ चिंतायें बनी हुई हैं। अमेरिकन हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने कहा कि कोविड -19 दुनिया के सबसे अधिक साप्ताहिक मृत्यु दर वाले देशों में अर्जेंटीना, कोलंबिया, क्यूबा, इक्वाडोर और पराग्वे के साथ अमेरिका पर विनाशकारी प्रभाव जारी है।
नेचुरल गैस की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 290 रुपये के स्तर पर सहारा और 300 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है। (शेयर मंथन, 29 जुलाई 2021)