आईटी क्षेत्र की कंपनियों के तिमाही नतीजे आने तक मुझे नहीं लगता कि कोई राय बनानी चाहिए। इसके अलावा अगर आँकड़ों की बात करें तो इनके मार्जिन पर दबाव रह सकता है और इनकी कमाई में भी नरमी देखने को मिल सकती है।
प्रमुख कंपनियों के नतीजों से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि अंतरराष्ट्रीय आर्थिक हालात से उनके ऊपर कितना और किस तरह का दबाव आ रहा है। इसलिए मैं एक बार फिर कहूँगा कि जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिये देखिये विलियम ओ नील के मयूरेश जोशी के साथ निवेश मंथन के संपादक राजीव रंजन झा की ये बातचीत (Nifty IT Index News)।
(शेयर मंथन, 17 जुलाई 2023)