Expert Siddharth Khemka: भारतीय आईटी क्षेत्र में आने वाले तिमाही के नतीजे में बहुत उम्मीद मुझे नहीं लगती है। ज्यादातर आईटी कंपनियों ने चौथी तिमाही के नतीजों के बाद अपना गाइडेंस कम किया है और अपनी राजस्व वृद्धि को घटाया है। लंबी अवधि के निवेश के लिए मुझे लगता है कि पहली तिमाही के नतीजों का इंतजार करना चाहिए।
भारतीय आईटी कंपनियों का प्रदर्शन और उनकी आय देखने के बाद ही निवेश का फैसला किया जा सकता है। छोटी अवधि के कारोबारी चुनिंदा स्टॉक में सौदे ले सकते हैं। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए देखिये मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रीटेल रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका के साथ निवेश मंथन के संपादक राजीव रंजन झा की ये बातचीत।
(शेयर मंथन, 04 जुलाई 2024)
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