कमजोर वैश्विक संकेतों की वजह से भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक भारी गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी (Nifty) 5800 के मनोवैज्ञानिक स्तर के नीचे फिसल गया।
सेंसेक्स (Sensex) 317 अंक यानी 1.64% की गिरावट के साथ 19,015 पर बंद हुआ। निफ्टी 93 अंक यानी 1.60% की गिरावट के साथ 5761 पर रहा। सीएनएक्स मिडकैप सूचकांक में 1.83% की गिरावट रही। बीएसई के मिडकैप सूचकांक में 1.76% और बीएसई स्मॉलकैप में 2.43% की गिरावट रही। आज के कारोबार में ऑटो और कैपिटल गुड्स क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिकवली का रुख रहा।
नकारात्मक एशियाई संकेतों के बीच घरेलू बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई। कारोबार के पहले घंटे में ही बाजार की गिरावट बढ़ी। इसके बाद जैसे-जैसे कारोबार बढ़ता गया, बाजार की गिरावट भी बढ़ती चली गयी। कमजोर यूरोपीय संकेतों की वजह से बाजार पर दबाव बढ़ा। इस दौरान निफ्टी 5800 के स्तर से नीचे फिसला। 29 नवंबर के बाद पहली बार निफ्टी 5800 के स्तर के नीचे गया। रेल मंत्री पवन कुमार बंसल द्वारा रेल बजट पेश किये जाने के बीच बाजार में लाल निशान पर कारोबार होता रहा। कारोबारी साल 2013-14 के रेल बजट में यात्री किराये में बढ़ोतरी नहीं की गयी, जबकि तत्काल, आरक्षण शुल्क बढ़ाने की घोषणा की गयी है। कारोबारी के आखिरी घंटों में बाजार और टूटा गया। सेंसेक्स 19,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे फिसला। इस दौरान सेंसेक्स 18,977 पर और निफ्टी 5749 पर दिन के निचले स्तरों तक पहुँच गये। हालाँकि इसके बाद सेंसेक्स ने 19,000 के स्तर को पार लिया। आखिरकार सेंसेक्स-निफ्टी आज के कारोबार के निचले स्तरों से कुछ सँभल कर बंद हुए।
क्षेत्रो के लिहाज से आज ऑटो क्षेत्र को सबसे ज्यादा 2.93% का घाटा सहना पड़ा। कैपिटल गुड्स में 2.73%, तेल-गैस में 2.65%, पीएसयू और धातु दोनों में 2.19%, हेल्थकेयर में 2.03%, बैंकिंग में 1.57%, रियल्टी में 1.55%, पावर में 1.33% और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 1.09% की गिरावट रही। एफएमसीजी में 0.34% की कमजोरी रही। दूसरी ओर, आईटी को 1.08% का फायदा हुआ। टीईसीके में 0.91% की बढ़त रही। (शेयर मंथन, 26 फरवरी 2013)
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